राहुल-प्रियंका समेत पांच नेताओं को हाथरस जाने की मंजूरी, पीड़ित परिवार से मिलने हुए रवाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को हाथरस जाने की अनुमति मिल गई है। प्रशासन ने राहुल और प्रियंका समेत पांच नेताओं को हाथरस जाने की इजाजत दी है। इसके बाद दोनों हाथरस रवाना हो गए हैं। गौतरलब है कि प्रियंका और राहुल आज दोपहर 35 सांसदों के साथ दिल्ली से हाथरस के लिए निकले थे, लेकिन पुलिस और प्रशासन ने बाकी नेताओं और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को DND हाइवे पर नोएडा बॉर्डर पर रोक लिया।
हाथरस के रास्ते में है प्रियंका और राहुल की गाड़ी
प्रशासन ने राहुल और प्रियंका को मास्क लगाए रखने और कोरोना वायरस से बचाव के लिए तमाम दूसरे प्रोटोकॉल का पालन करने की शर्त पर यह हाथरस जाकर पीड़िता के परिवार से मिलने की मंजूरी दी है। खबर लिखे जाने तक प्रियंका और राहुल हाथरस के रास्ते पर रवाना हो चुके हैं। अभी तक उन बाकी नेताओं के नाम सामने नहीं आए हैं, जो इन दोनों के साथ पीड़िता के परिवार से मिलेंगे।
राहुल ने आज सुबह किया यह ट्वीट
कांग्रेस ने साधा आदित्यनाथ पर निशाना
दिल्ली स्थित अपने आवास से निकले राहुल गांधी की कार प्रियंका गांधी खुद चला रही थी। उनके साथ 35 कांग्रेसी सांसदों का प्रतिनिधिमंडल भी था। नोएडा बॉर्डर के पास DND हाइवे पर जबरदस्त हंगामा हुआ। उत्तर प्रदेश पुलिस ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को बॉर्डर पर ही रोक लिया और केवल पांच नेताओं को हाथरस जाने की अनुमति दी है। प्रतिनिधिमंडल को हाथरस जाने की इजाजत न देने पर कांग्रेस ने योगी आदित्यनाथ को 'कायर' कहा है।
प्रियंका गांधी ने खुद चलाई कार
अपने घर में नजरबंद किए गए अजय लल्लू
दूसरी तरफ लखनऊ में उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू को घर में नजरबंद कर दिया गया है। उनके आवास के बाहर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है और उन्हें बाहर निकलने की अनुमति नहीं दी जा रही है। वहीं पुलिस का कहना है कि उनकी सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। गौरतलब है कि अजय लल्लू उत्तर प्रदेश सरकार का लगातार निशाना साधते रहे हैं।
पहले भी हाथरस जाने की कोशिश कर चुके थे राहुल
राहुल और प्रियंका ने इससे पहले अन्य नेताओं के साथ गुरुवार को हाथरस जाने की कोशिश की थी। उस समय उत्तर प्रदेश पुलिस ने ग्रेटर नोएडा के पास इन नेताओं को रोक लिया था। उन्हें हाथरस जाने की अनुमति नहीं दी गई थी और हिरासत में ले लिया गया था। पुलिस ने उनके खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन, 188, 269, 270 IPC एक्ट और महामारी की 3 और 4 धारा के तहत केस दर्ज किया गया है।
उमा भारती ने की मीडिया और नेताओं को परिवार से मिलने देने की अपील
इससे पहले भाजपा की वरिष्ठ नेत्री उमा भारती ने ट्वीट कर योगी आदित्यनाथ से नेताओं और पत्रकारों को पीड़ित परिवारों से मिलने की अनुमति देने की अपील की थी। उन्होंने लिखा कि उनकी जानकारी में ऐसा कोई नियम नही है कि SIT जांच में परिवार किसी से मिल भी ना पाये । इससे तो SIT की जांच ही संदेह के दायरे में आ जायेगी। उन्होंने कहा कि अगर वो स्वस्थ होती तो खुद हाथरस में पीड़ित परिवार के साथ होतीं।
यहां से शुरू हुआ था मामला
चंदपा थाना के अंतर्गत आने वाले एक गांव की 19 वर्षीय दलित युवती का गांव के रहने वाले चार उच्च जाति के युवकों ने गत 14 सितंबर को कथित तौर पर गैंगरेप किया था। हमले में पीड़िता की रीढ़ की हड्डी टूट गई थी और उसकी जीभ कट गई थी। मंगलवार को उसने दिल्ली में दम तोड़ दिया। चौंकाने वाली बात यह रही कि पुलिस ने परिजनों को घर में बंद करके आधी रात में उसका अंतिम संस्कार कर दिया।