हाथरस मामला: प्रियंका गांधी ने उठाए पीड़ित परिवार के पांच सवाल, जिलाधिकारी की बर्खास्तगी की मांग
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि जब हाथरस पीड़िता का परिवार पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग कर रहा है तो फिर केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) जांच का हल्ला कर विशेष जांच दल (SIT) की जांच क्यों जारी है। उन्होंने पीड़ित परिवार के पांच सवाल और मांगें भी आगे रखी हैं। परिवार की मांगों में उनके साथ बुरे बर्ताव के लिए जिलाधिकारी की बर्खास्तगी की मांग भी शामिल है।
कल पीड़िता के परिवार से मिले थे प्रियंका और राहुल
बता दें कि प्रियंका गांधी ने अपने भाई राहुल गांधी के साथ हाथरस मामले में आक्रामक रुख अपना रखा है। एक असफल प्रयास के बाद वे और राहुल कल पीड़िता के परिवार से मिले थे और उनसे पूरे घटनाक्रम और प्रशासन के रवैये की जानकारी ली थी। प्रियंका पीड़िता की मां से गले भी मिली थीं। मुलाकात के बाद रात को ट्वीट करते हुए उन्होंने परिवार के पांच सवाल और मांगें आगे रखी थीं।
ये थे परिवार के पांच प्रश्न और मांगें
अपने ट्वीट में प्रियंका ने लिखा था, 'हाथरस के पीड़ित परिवार के प्रश्न है। पहला, सुप्रीम कोर्ट के जरिए पूरे मामले की न्यायिक जांच हो। दूसरा, हाथरस जिलाधिकारी को सस्पेंड किया जाए और किसी बड़े पद पर नहीं लगाया जाए। तीसरा, हमारी बेटी के शव को बगैर हमसे पूछे पेट्रोल से क्यों जलाया गया? चौथा, हमें बार-बार गुमराह किया गया और धमकाया क्यों जा रहा है? पांचवां... हम कैसे मानें कि यह शव हमारी बेटी का है भी या नहीं?'
आज प्रियंका ने की जिलाधिकारी की बर्खास्तगी की मांग
इसके बाद आज फिर से मामले पर ट्वीट करते हुए प्रियंका ने जिलाधिकारी को बर्खास्त करने की मांग की और SIT जांच जारी रखने पर सवाल उठाए। अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'हाथरस के पीड़ित परिवार के अनुसार सबसे बुरा बर्ताव जिलाधिकारी का था। उन्हें कौन बचा रहा है? उन्हें अविलंब बर्खास्त कर पूरे मामले में उनके रोल की जांच हो। परिवार न्यायिक जांच मांग रहा है तब क्यों CBI जांच का हल्ला करके SIT की जांच जारी है'
प्रियंका बोलीं- सरकार को सुननी चाहिए परिवार की बात
प्रियंका ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश सरकार जरा भी नींद से जागी है तो उसे परिवार की बात सुननी चाहिए। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कल ही मामले की जांच उत्तर प्रदेश पुलिस से लेकर CBI को दे दी थी।
जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार पर उठे हैं गंभीर सवाल
बता दें कि पूरे मामले हाथरस के जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार की भूमिका पर गंभीर सवाल उठे हैं और वे पीड़ित परिवार को धमकाते हुए कैमरे में कैद हुए थे। इस वीडियो में वे पीड़ित परिवार से कह रहे थे कि मीडिया वाले तो कल चले जाएंगे, लेकिन उन्हें रहना तो उनके ही साथ होगा। इसके अलावा पीड़िता के शव को आधी रात जलाने के फैसले के लिए भी उन पर सवाल उठे हैं।
क्या है पूरा मामला?
चंदपा थाने के अंतर्गत आने वाले एक गांव की 19 वर्षीय दलित युवती का गांव के ही चार उच्च जाति के युवकों ने 14 सितंबर को कथित तौर पर गैंगरेप किया था। हमले में पीड़िता की रीढ़ की हड्डी टूट गई थी और उसकी जीभ भी कट गई थी। मंगलवार को उसने दिल्ली में दम तोड़ दिया। नाइंसाफी की इंतेहा ये रही कि पुलिस ने परिजनों को घर में बंद करके आधी रात को ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया।