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प्रशांत किशोर का दावा, 3 उम्मीदवारों को नामांकन वापस लेने के लिए किया गया मजबूर
प्रशांत किशोर ने भाजपा पर लगाया गंभीर आरोप

प्रशांत किशोर का दावा, 3 उम्मीदवारों को नामांकन वापस लेने के लिए किया गया मजबूर

Oct 21, 2025
06:39 pm

क्या है खबर?

जन सुराज पार्टी (JSP) के संस्थापक प्रशांत किशोर ने मंगलवार को सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्होंने उम्मीदवारों को हाईजैक करने और उन्हें डरा-धमकाकर चुनाव से बाहर करने का चलन शुरू किया है। यह टिप्पणी बिहार विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले JSP के 3 उम्मीदवारों द्वारा नाम वापस लेने के बाद आई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी किसी दबाव के आगे नहीं झुकेगी।

बयान

प्रशांत ने क्या दिया बयान?

प्रशांत ने कहा कि लोगों को पता होना चाहिए कि केंद्रीय मंत्री अमित शाह और धर्मेंद्र प्रधान उनकी पार्टी के उम्मीदवारों के साथ क्यों देखे गए और किन परिस्थितियों में उन्होंने अपना नामांकन वापस लिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि NDA के दबाव और धमकाने वाली रणनीति के आगे JSP नहीं झुकेगी। उन्होंने कहा कि JSP के साथ समस्या इसलिए है क्योंकि वह जनता के समर्थन वाले स्वच्छ, जोशीले उम्मीदवारों के एक नए विकल्प के साथ सवाल उठा रही है।

स्थिति

प्रशांत ने पहले की स्थिति पर दिया बयान

प्रशांत ने कहा, "पहले, एक आम धारणा थी कि चुनाव चाहे कोई भी जीते, सरकार भाजपा ही बनाएगी। विधायकों की खरीद-फरोख्त किसी से छिपी नहीं है, लेकिन अब भाजपा का शीर्ष नेतृत्व जनता की पसंद के JSP उम्मीदवारों को बंधक बनाने में लगा है। बदलाव लाने की कोशिश कर रहा एक गैर-राजनीतिक व्यक्ति क्या कर सकता है जब उसे अचानक गृह मंत्री का सामना करना पड़े और पीछे हटने के लिए भारी दबाव डाला जाए?"

डर

NDA और INDIA दोनों को लग रहा है JSP से डर

प्रशांत ने कहा, "NDA और INDIA गठबंधन दोनों एक-दूसरे से डरते नहीं हैं, क्योंकि उन्हें एक-दूसरे की जरूरतों को पूरा करने के लिए विकल्पों की कमी के साथ खेलने में मजा आता है। हालांकि, वो दोनों ही JSP से डरते हैं, क्योंकि उन्हें स्वच्छ, अच्छे उम्मीदवारों से डर लगता है।" उन्होंने कहा, "JSP के 95 प्रतिशत से अधिक उम्मीदवार स्वच्छ छवि वाले और अपने ही कार्यकर्ताओं से हैं। ऐसे में वह बदलाव लाने के लिए आतुर हैं।"

अपील

प्रशांत ने चुनाव आयोग से की खास अपील 

प्रशांत ने चुनाव आयोग से इस खतरनाक प्रवृत्ति पर रोक लगाने की अपील की है। उन्होंने कहा, "दानापुर (अखिलेश कुमार), ब्रह्मपुर (सत्य प्रकाश तिवारी) और गोपालगंज (शशि शेखर सिन्हा) में JSP के तीन उम्मीदवारों ने प्रत्यक्ष या पारिवारिक और मित्रों के माध्यम से दबाव, जबरदस्ती और धमकी के कारण प्रचार शुरू करने के बाद अचानक अपना नाम वापस ले लिया है। भ्रष्ट शासन को समाप्त करने के लिए 240 उम्मीदवार अभी भी संघर्ष कर रहे हैं।"