महाराष्ट्र: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बंदरगाह निर्माण रोकने का आरोप लगाया, कही ये बातें
महाराष्ट्र के पालघर में वाधवन बंदरगाह की आधारशिला रखने समेत कई कार्यक्रमों के उद्घाटन पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बड़ा बयान दिया। उन्होंने बंदरगाह का काम रोकने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा में कहा, "2020 में यहां बंदरगाह बनाने का भी निर्णय लिया गया था, लेकिन उसके बाद सरकार बदल गई और ढाई साल तक यहां कोई काम नहीं हुआ। अकेले इस परियोजना से यहां कई लाख करोड़ रुपये का निवेश आने का अनुमान है।"
आगे क्या बोले मोदी?
मोदी ने कहा, "यहां करीब 12 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे। महाराष्ट्र के इस विकास पर किसको आपत्ति थी? ये कौन लोग थे जो नहीं चाहते थे कि महाराष्ट्र के युवाओं को रोजगार मिले? कुछ लोग महाराष्ट्र को पीछे रखना चाहते हैं, जबकि हमारी NDA, महायुति सरकार महाराष्ट्र को सबसे आगे ले जाना चाहती है।" बता दें, 2019 में कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार) और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) की महाविकास अघाडी सरकार थी, जो 2022 में गिर गई।
सुनिए, प्रधानमंत्री मोदी ने क्या लगाया आरोप
क्या है वाधवन बंदरगाह?
इस बंदरगाह के निर्माण को फरवरी 2020 में सागरमाला प्रोजेक्ट के तहत सैद्धांतिक मंजूरी मिली थी। इसको बनाने में 76,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। यह भारत का इकलौता ऐसा बंदरगाह होगा, जहां समुद्र तट के पास 20 मीटर का ड्रॉफ्ट (20 मीटर की गहराई) मिलेगी। इससे भारी और बड़े जहाजों को यहां आने-जाने में आसानी होगी। पूरी तरह बनने के बाद इसकी क्षमता करीब 29.8 करोड़ टन होगी। बंदरगाह में 1,000 मीटर लंबाई के 9 कंटेनर टर्मिनल होंगे।