
मोहम्मद अली जिन्ना को पहला प्रधानमंत्री बनाया जाता तो देश का बंटवारा नहीं होता- ओमप्रकाश राजभर
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में सुहेलदेव भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना को लेकर बड़ा ही चौकाने वाला बयान दिया है।
उन्होंने कहा कि यदि जिन्ना को भारत का पहला प्रधानमंत्री बनाया गया होता तो देश का बंटवारा नहीं होता।
बता दें कि राजभर की यह टिप्पणी उनके चुनावी सहयोगी और समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव के जिन्ना के समर्थन में की गई टिप्पणी के बाद आई है।
बयान
राजभर ने वाराणसी में दिया जिन्ना को लेकर बयान
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, अखिलेश यादव की टिप्पणी को लेकर पत्रकारों ने जब वाराणसी में राजभर से सवाल किया तो उन्होंने कहा, "अगर जिन्ना को देश का पहला प्रधानमंत्री बना दिया होता, तो देश का बंटवारा न हुआ होता।"
उन्होंने आगे कहा, "अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर लालकृष्ण आडवाणी तक भी जिन्ना की तारीफ किया करते थे। इसलिए उनके विचारों को भी पढ़ना चाहिए।" उनके इस बयान के बाद विवाद खड़ा हो गया।
गुस्सा
सवालों को लेकर पत्रकारों पर भड़के राजभर
जिन्ना पर और सवाल पूछे जाने पर राजभर ने भड़कते हुए कहा, "आप लोग जिन्ना के अलावा महंगाई का सवाल क्यों नहीं पूछते। यह सारा कुछ भाजपा की वजह से हो रहा है। भाजपा से हिंदू-मुसलमान और भारत-पाकिस्तान हटा दीजिए तो उनकी जुबान बंद हो जाती है।"
बता दें कि राजभर की पार्टी ने सपा के साथ गठबंधन का ऐलान किया है। दोनों पार्टियां साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगी। हालांकि, अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है।
प्रतिक्रिया
चुनाव आने पर शुरू होती है तुष्टिकरण की राजनीति- ठाकुर
राजभर की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "चुनाव आने पर तुष्टिकरण की राजनीति शुरू होती है, कुछ जिन्ना के नाम का जाप शुरू करते हैं। सपा-बसपा नेता पिछले साढ़े चार साल से बंद कमरों में और विदेश यात्रा कर रहे थे। जनता योगी सरकार को उसकी ईमानदारी, कार्य और साहस के लिए याद करती है।"
बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगले साल की शुरुआत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
पृष्ठभूमि
अखिलेश यादव ने क्या कहा था?
बता दें कि अखिलेश यादव ने 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभभाई पटेल की 146वीं जयंती पर कहा था कि सरदार पटेल जमीन पहचानते थे और जमीन को पकड़कर फैसले लेते थे। इसीलिए वह लौह पुरुष के नाम से भी जाने जाते हैं।
उन्होंने कहा कि सरदार पटेल, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, जिन्ना एक ही संस्था में पढ़कर बैरिस्टर बने थे। उन्होंने आज़ादी दिलाई। वह संघर्ष से पीछे नहीं हटे। सरदार पटेल ने RSS की विचारधारा पर पाबंदी लगाई थी।
निशाना
भाजपा ने अखिलेश यादव को बताया था आतंकियों का मददगार
अखिलेश यादव के इस बयान पर उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने अखिलेश यादव को आतंकवादियों का मददगार बताया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बयान को 'शर्मनाक' और 'तालिबानी मानसिकता' वाला बताया था और अखिलेश से माफी मांगने की मांग की थी।
इसी तरह बसपा के वरिष्ठ नेता नकुल दुबे ने कहा कि जिन्ना का मसला सपा और राजभर के बीच में ही रहने दिया जाए। इस पर चर्चा की आवश्यकता नहीं है।