LOADING...
संसद शीतकालीन सत्र: SIR पर विपक्ष का जोरदार हंगामा, लोकसभा और राज्यसभा मंगलवार तक स्थगित
विपक्ष के हंगामे के बीच लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है

संसद शीतकालीन सत्र: SIR पर विपक्ष का जोरदार हंगामा, लोकसभा और राज्यसभा मंगलवार तक स्थगित

Dec 01, 2025
06:09 pm

क्या है खबर?

संसद का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हो गया है। हालांकि, इसकी शुरुआत के साथ ही विपक्ष ने विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा करते हुए सरकार को घेरना शुरू कर दिया। इस कारण लोकसभा की कार्यवाही को पहले दोपहर 12 बजे तक स्थगित किया गया, लेकिन दोबारा हंगामा होने के बाद अध्यक्ष ओम बिरला ने कार्यवाही को मंगलवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया। इसके बाद शाम को राज्यसभा को भी कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

हंगामा

विपक्ष ने SIR पर चर्चा की मांग को लेकर किया हंगामा

दरअसल, लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने के बाद विपक्ष ने राज्यों में किए जा रहे मतदाता सूचियों के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) पर चर्चा करने की मांग करते हुए हंगामा कर दिया। इस दौरान विपक्षी सांसदों ने जमकर नारेबाजी की। इसके चलते कार्यवाही को 12 बजे तक स्थगित किया गया। इसके बाद दोपहर में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 'मणिपुर गुड्स एंड सर्विस टैक्स' (दूसरा संशोधन) विधेयक सदन में पेश किया। इस दौरान विपक्ष ने फिर से हंगामा कर दिया।

विधेयक

हंगामे के बीच लोकसभा में परित हुआ विधेयक

विपक्ष के हंगामे के बीच 'मणिपुर गुड्स एंड सर्विस टैक्स' (दूसरा संशोधन) विधेयक बिना चर्चा के पारित कर दिया गया। अब इसे राज्यसभा में पेश किया जाएगा। इधर, विपक्ष का आरोप है कि सरकार जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने से बच रही है और उसका ध्यान केवल विधेयकों को पारित करने पर है। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन विपक्ष को सदन की गरीमा बनाए रखनी चाहिए।

Advertisement

बयान

विपक्ष कभी ड्रामा नहीं करता- अखिलेश

लोकसभा में हंगामे के कारण कार्यवाही स्थगित होने के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख और सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "विपक्ष कभी ड्रामा नहीं करता। विपक्ष ड्रामा करने वालों को रोकता है कि आपने घोषणा पत्र में जो बाते कहीं हैं, उनको पूरा करिए।" उन्होंने कहा, "चुनाव आयोग की जिम्मेदारी बनती है कि वो सभी का वोट बनाए और यह काम हम कर रहे हैं ताकि हमारे वोट ना कटे। हम अपने वोट बचाने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं।"

Advertisement

ट्विटर पोस्ट

कंगना रनौत ने साधा विपक्ष पर निशाना

वॉक आउट

कांग्रेस ने राज्यसभा से किया वॉक आउट

राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे समेत विपक्षी दलों ने SIR पर चर्चा करने और प्रक्रिया में जान गंवाने वाले बूथ स्तरीय अधिकारी (BLO) की संख्या बताने की मांग की। इसको लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामा भी किया, लेकिन मामले पर चर्चा शुरू न होने पर कांग्रेस, तृणमृल कांग्रेस (TMC) और आम आदमी पार्टी (AAP) समेत विभिन्न विपक्षी दलों ने वॉक आउट कर दिया। उसके बाद शून्यकाल और स्पेशल मेंशन लेकर सभापति सीपी राधाकृष्णन ने कार्यवाही को स्थगित कर दिया।

आरोप

कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने लगाया यह आरोप

खड़गे ने आरोप लगाया, "SIR प्रक्रिया में कितने BLO मारे गए हैं, इसकी चर्चा होनी चाहिए। ये बहुत महत्वपूर्ण मुद्दा है। ये लोग (केंद्र) देशभर में लोकतंत्र को खत्म करना चाहते हैं।" AAP दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा, "SIR के नाम पर पूरे देश में धांधली चल रही है। हरियाणा के तमाम जिलों से बिहार के मतदाताओं के लिए रेल रवाना की गई। उनके लिए फ्री में टिकट कराया गया, पैसे दिए गए और उन्होंने भाजपा को वोट दिया।"

जानकारी

कल संसद परिसर में प्रदर्शन करेगा विपक्ष

संसद में SIR पर चर्चा की मांग कर रहे विपक्ष ने अब मंगलवार यानी 2 दिसंबर को संसद भवन परिसर में प्रदर्शन करने का निर्णय किया है। इस दौरान विपक्षी नेता सरकार के खिलाफ एकजुट होंगे और SIR पर चर्चा की मांग करेंगे।

दावा

सरकार सभी मामलों पर चर्चा के लिए तैयार- रिजिजू

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "सर्वदलीय बैठक में विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए किसी भी मुद्दे को कमतर नहीं आंका गया है। यह सरकार के विचाराधीन है। अगर, आप आज ही चर्चा की जिद करेंगे तो यह मुश्किल है, क्योंकि आपको कुछ जगह देनी होगी। SIR या चुनाव सुधारों से जुड़ा मामला, जो मांग आपने रखी है, उसे खारिज नहीं किया गया है। यह मत समझिए कि सरकार किसी भी मामले पर चर्चा के लिए तैयार नहीं है।"

आलोचना

प्रधानमंत्री मोदी ने की थी विपक्ष की रणनीति की आलोचना

सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सदन की कार्यवाही बाधित करने की विपक्ष की पिछली रणनीतियों की आलोचना की थी। उन्होंने कहा, "पिछले 10 सालों से विपक्ष जो खेल खेल रहा है, वह अब लोगों को स्वीकार्य नहीं है। उन्हें अपनी रणनीति बदलनी चाहिए। भारत की आर्थिक प्रगति देश को विकसित भारत की तरफ ले जा रही है। यहां ड्रामा नहीं, डिलिवरी हो, नारे नहीं, नीति पर बात हो। हालांकि, कुछ पार्टियां हार पचा नहीं पाती हैं।"

Advertisement