
पहलगाम हमला: भाजपा सांसद जांगड़ा ने अपने विवादित बयान मांगी माफी, जानिए पूरा मामला
क्या है खबर?
हरियाणा से भाजपा के राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा की ओर से पहलगाम हमले पर दिए गए विवादित बयान पर हंगामा हो गया है।
उन्होंने कहा था कि जिन महिलाओं के पति आतंकवादियों द्वारा मारे गए, उनमें योद्धाओ की तरह लड़ने की भावना और जोश नहीं था।
इस बयान को कांग्रेस की ओर से मुद्दा बनाए जाने के बाद भाजपा सांसद ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए माफी मांग ली है। उन्होंने कहा के उनके बयान को तोड-मरोड़कर पेश किया गया है।
प्रकरण
क्या है पूरा मामला?
जांगड़ा ने शनिवार (24 मई) को भिवानी में भाजपा द्वारा इंदौर की रानी अहिल्याबाई होल्कर की जयंती के अवसर पर आयोजित एक संगोष्ठी में पहलगाम हमले पर टिप्पणी की थी।
उन्होंने कहा था, "पहलगाम में जो हमारी वीरांगनाएं बहन थी, जिनकी मांग का सिंदूर छीन लिया गया, अगर उन्होंने अहिल्याबाई का इतिहास पढ़ा होता तो उनके सामने उनके पति को कोई इस तरह गोली नहीं मार सकता था। उनके जोश नहीं था, जज्बा नहीं था, दिल नहीं था।"
आलोचना
कांग्रेस ने की बयान की आलोचना
जांगड़ा के बयान को शर्मनाक बताते हुए, कांग्रेस के संचार प्रभारी और सांसद जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस शर्मनाक बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए और सांसद रामचंद्र जांगड़ा को पार्टी से निष्कासित करना चाहिए।'
उन्होंने लिखा, 'भाजपा नेता लगातार भारतीय सेना और शहीदों का अपमान कर रहे हैं, जो उनकी क्षुद्र और ओछी मानसिकता को उजागर करता है। जांगड़ा का शर्मनाक बयान भाजपा की संवेदनहीन को दर्शाता है।
निशाना
SP प्रमुख अखिलेश ने भी साधा निशाना
समाजवादी पार्टी (SP) प्रमुख अखिलेश यादव ने भी जांगड़ा के बयान को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है।
उन्होंने एक्स पर लिखा, 'नारियों की पूजा करने के बजाय अपने बयानों से उनका अपमान करना, उनकी निंदा करना और हर संभव तरीके से उनका शोषण और उत्पीड़न करना ही भाजपा का असली चेहरा है, जो घिनौना और बेहद शर्मनाक है। भाजपा एक पार्टी नहीं बल्कि महिला विरोधी मानसिकता का दलदल है।'
सफाई
जांगड़ा ने अपने बयान पर क्या दी सफाई?
सांसद जांगड़ा ने अपने बयान पर विवाद उठने के बाद रविवार को वीडियो जारी कर कहा, "मैने यह टिप्पणी इस संदर्भ में की थी कि हमें इतिहास की किताबों में केवल अंग्रेजों और मुगलों के बारे में पढ़ाया गया है, लेकिन 2014 के बाद हमारे महान योद्धाओं के इतिहास को शामिल करने से हमारे युवाओं में वीरता की भावना भर गई है।"
उन्होंने कहा, "अगर पहलगाम में मौजूद पर्यटक अग्निवीर प्रशिक्षित होते, तो वे आतंकवादियों को खुद ही घेर लेते।"
माफी
सांसद जांगड़ा ने की माफी मांगने की बात
जांगड़ा ने स्पष्टीकरण में आगे कहा, "मुझे नहीं लगता कि हमारी बहनें कमजोर या कायर हैं। वे बहादुर हैं, हमें बस उनमें रानी लक्ष्मीबाई और अहिल्याबाई होल्कर की भावना जगाने की जरूरत है ताकि वे पहलगाम जैसी स्थिति में लड़ सकें। फिर भी, अगर मेरे बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो मुझे माफी मांगने में कोई आपत्ति नहीं है।"
दरअसल, जांगड़ा इस बयान के जरिए कांग्रेस की शिक्षा नीति पर सवाल खड़ा करना चाहते थे।