नागरिकता कानून: सोनिया गांधी के नेतृत्व में राष्ट्रपति कोविंद से मिला विपक्षी पार्टियों का दल
क्या है खबर?
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों के एक दल ने आज नागरिकता कानून और इसे लेकर प्रदर्शन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की।
विपक्ष के इस दल में कांग्रेस के अलावा कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी), राष्ट्रीय जनता दल (RJD) और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) भी शामिल थे।
मुलाकात के बाद छात्रों पर पुलिस की बर्बर कार्रवाई का जिक्र करते हुए सोनिया ने मोदी सरकार पर हमला बोला।
बयान
पूर्वोत्तर सहित पूरे देश के हालात गंभीर- सोनिया
राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात के बाद मीडिया से बात करते हुए सोनिया ने कहा, "पूर्वोत्तर के हालात, जो अब राजधानी समेत पूरे देश की है, बेहद गंभीर है। हमें डर है कि ये और खराब हो सकते हैं।"
बयान
छात्रों पर पुलिस कार्रवाई पर जाहिर किया गुस्सा
छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई पर गुस्सा जाहिर करते हुए सोनिया ने कहा, "पुलिस ने जिस तरीके से शांतिपूर्ण हो रहे प्रदर्शनों पर कार्रवाई की उससे हम गुस्से में हैं। हमारे पास दिल्ली का उदाहरण है जहां पुलिस जामिया यूनिवर्सिटी के महिला हॉस्टल में घुस गई, उन्हें बाहर घसीटा और उन्हें निर्दयता से पीटा। आप सभी देख चुके हैं कि बात जब लोगों की आवाज और कानून लागू करने की आती है तो मोदी सरकार में कोई दया नहीं है।"
धरना
छात्रों के समर्थन में धरना दे चुकी हैं प्रियंका गांधी
इससे पहले जामिया के छात्रों पर पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ सोमवार को प्रियंका गांधी ने दो घंटे का धरना दिया था। इस दौरान वो मौन रहीं थीं।
इस धरने के बाद उन्होंने कहा था, "ये देश की आत्मा पर हमला है, युवा देश की आत्मा हैं। प्रदर्शन करना उनका अधिकार है। आप उनकी लाइब्रेरी में घुसे, उनके बाहर घसीटा और उनकी पिटाई की। ये तानाशाही है। कांग्रेस का हर व्यक्ति इस तानाशाही के खिलाफ लड़ेगा।"
पृष्ठभूमि
रविवार रात को जामिया यूनिवर्सिटी के कैंपस में घुसी दिल्ली पुलिस
बता दें कि रविवार को नागरिकता कानून के खिलाफ जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों के एक प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी और कुछ अज्ञात लोगों ने DTC की तीन बसों को आग के हवाले कर दिया।
इसके बाद पुलिस रात को जामिया यूनिवर्सिटी के कैंपस में घुस गई और छात्रों के बर्बर कार्रवाई की।
पुलिस लाइब्रेरी और हॉस्टल तक में घुस गई और छात्रों के साथ अपराधियों जैसा सलूक किया।
जानकारी
200 छात्र हुए घायल, एक को लगी गोली
जामिया यूनिवर्सिटी की कुलपति नजमा अख्तर ने पुलिस की इस कार्रवाई में 200 छात्रों के घायल होने की बात कही है। इसके अलावा एक छात्र समेत दो लोगों को गोली लगने की बात भी सामने आई है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में भी जामिया जैसी कार्रवाई
रविवार रात को पुलिस की इस बर्बर कार्रवाई की खबर जब बाहर आई तो देश के कई विश्वविद्यालयों के छात्र रात को ही सड़क पर उतर आए।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) के छात्र भी जामिया के छात्रों के समर्थन में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करना चाहते थे, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया।
इसके बाद पुलिस के AMU कैंपस में घुसकर जामिया यूनिवर्सिटी की तरह हमले के आरोप लग रहे हैं।
सीलमपुर प्रदर्शन
आज सीलमपुर में प्रदर्शन के दौरान पत्थरबाजी
जिस समय सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी पार्टियों का दल राष्ट्रपति से मिला, उस समय भी दिल्ली के सीलमपुर में नागरिका कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों में हिंसा हुई।
दोपहर 12 बजे शुरू हुए इस प्रदर्शन में लोग केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाते हुए सीलमपुर के टी-प्वाइंट पर जमा हुए थे।
इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प हुई। प्रदर्शनकारियो की ओर से पत्थर फेंके गए, जिसके बाद पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े।
कारण
क्यों हो रहे हैं नागरिका कानून के खिलाफ प्रदर्शन?
नए नागरिकता कानून के जरिए देश के इतिहास में पहली बार धर्म को नागरिकता से जोड़ा गया है।
इसमें धार्मिक अत्याचार के कारण पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश से भागकर भारत आने वाले हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन, पारसी और ईसाई धर्म के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान किया गया है।
मुस्लिमों को कानूून के दायरे से बाहर रखने के कारण इसका विरोध हो रहा है।
विरोधियों का कहना है कि ये देश की धर्मनिरपेक्षता को खत्म करता है।