उमर अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री के रूप में ली शपथ, जम्मू को भी अहमियत
जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा सीट जीतने वाली जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनको प्रदेश के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह का आयोजन श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (SKICC) में किया गया। अब्दुल्ला के साथ सुरिंदर सिंह चौधरी को उपमुख्यमंत्री बनाया गया है। वे जम्मू संभाग का प्रतिनिधित्व करेंगे। चौधरी ने भाजपा के रविंदर रैना को हराया था।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ INDIA गठबंधन
अब्दुल्ला के शपथ ग्रहण समारोह में INDIA गठबंधन के तमाम प्रमुख नेता शामिल रहे। इसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा के अलावा समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख लालू यादव, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) महासचिव डी राजा, आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल शामिल हैं।
2009 में मुख्यमंत्री बने थे अब्दुल्ला
अब्दुल्ला दूसरी बार राज्य के मुख्यमंत्री का कामकाज संभालेंगे। इससे पहले उन्होंने 5 जनवरी, 2009 को मुख्यमंत्री के रूप में सत्ता संभाली थी और 8 जनवरी, 2015 तक 6 साल तक कुर्सी पर बने हुए थे। इस बार उमर एक पूर्ण राज्य नहीं बल्कि केंद्र शासित प्रदेश के मुख्यमंत्री बन रहे हैं, ऐसे में उनकी शक्तियां कम होंगी और चुनौतियां अधिक होंगी। अब्दुल्ला को अपने कई कार्यों के लिए उपराज्यपाल की मंजूरी जरूरी होगी।
कुल 4 मंत्रियों ने ली शपथ
उमर के साथ उनकी कैबिनेट में शामिल 5 मंत्रियों ने शपथ ली है। केंद्र शासित प्रदेश होने के नाते जम्मू-कश्मीर में कैबिनेट 10 फीसद से अधिक नहीं हो सकती है। ऐसे में गठबंधन में शामिल JKNC के लिए मंत्री पद बांटना कठिन रहा। हालांकि, फिर भी उमर समेत कश्मीर घाटी से 3 और जम्मू से 3 विधायक मंत्री बने हैं। उमर और चौधरी के अलावा मंत्री बनने वालों में सतीश शर्मा, सकीना इटू, जावेद राणा और जावेद डार शामिल हैं।
क्या रहा जम्मू-कश्मीर का चुनाव परिणाम?
जम्मू-कश्मीर में 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव हुआ था, जिसमें JKNC को सबसे अधिक 42 सीटें मिली हैं। इसके बाद भाजपा ने 29 सीटें जीती हैं। कांग्रेस ने 6 और महबूबा मुफ्ती की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) ने 3 सीटें जीती हैं। 1-1 सीट जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस और आम आदमी पार्टी ने और 7 सीट निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीती है। 2014 के चुनाव में PDP 28 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी थी, जिसने भाजपा से मिलकर सरकार बनाई थी।