2025 तक बिहार के मुख्यमंत्री बने रहेंगे नीतीश कुमार, विपक्ष फैला रहा अफवाह- सुशील मोदी
क्या है खबर?
मुख्यमंत्री बदलने को लेकर चल रही अटकलों के बीच भाजपा के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार 2025 तक राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे।
उन्होंने कहा कि भाजपा नीतीश को मुख्यमंत्री के पद से हटाने का कोई प्रयास नहीं कर रही है और विपक्ष इससे संबंधित अफवाह फैला रहा है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष यह अफवाह फैलाकर राज्य में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करना चाहता है।
बयान
नीतीश के नेतृत्व में अपना कार्यकाल पूरा करेगी NDA सरकार- मोदी
मुख्यमंत्री बदलने को लेकर कई हफ्ते से चल रही अटकलों पर सुशील मोदी ने कहा, "बिहार भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल कई बार ये साफ कर चुके हैं कि बिहार की NDA सरकार नीतीश कुमार के नेतृत्व में अपना कार्यकाल पूरा करेगी। इसके बाद भी विपक्ष अफवाह फैला रहा है कि भाजपा अपना मुख्यमंत्री बनना चाहती है... नीतीश कुमार को बदलने जैसे बेतुके कयासों को हवा देकर विपक्ष केवल राजनीतिक अस्थिरता पैदा करना चाहता है।"
नीतीश पर भरोसा
मोदी बोले- नीतीश कुमार के चेहरे पर लड़े थे चुनाव, हटाने का सवाल ही नहीं
मोदी ने आगे कहा कि NDA 2020 बिहार विधानसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के चेहरों पर लड़ी थी, ऐसे में 2025 से पहले नीतीश कुमार को हटाने का कोई सवाल ही नहीं है।
उन्होंने बोचहां विधानसभा उपचुनाव में NDA की हार के लिए भी मुख्यमंत्री हटाने को लेकर फैल रही अफवाहों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा, "बोचहां उपचुनाव में हार के लिए नीतीश को हटाने को लेकर विपक्ष द्वारा बनाया गया वातावरण जिम्मेदार है।"
अटकलें
पिछले कुछ समय से चल रही हैं नीतीश कुमार को हटाए जाने की अटकलें
बता दें कि बिहार में पिछले कुछ समय से मुख्यमंत्री बदलने को लेकर अटकलें चल रही हैं। इन अटकलों के अनुसार, भाजपा नीतीश कुमार को राज्यसभा भेज कर राज्य में अपना मुख्यमंत्री बनाना चाहती है। गठबंधन में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है और इसने भी इन अटकलों को हवा दी है।
भाजपा के नेता कई बार नीतीश पर निशाना भी साध चुके हैं। हालांकि दोनों ही पार्टियों ने आधिकारिक तौर पर इस पर कुछ नहीं कहा है।
संकेत
तेजस्वी यादव की इफ्तार पार्टी में शामिल हो नीतीश ने दिया था भाजपा को संकेत
इन अटकलों के बीच नीतीश पिछले शुक्रवार को राज्य के नेता विपक्ष और लालू यादव प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव की इफ्तार पार्टी में शामिल हुए थे। उनके इस कदम को भाजपा के लिए एक इशारा माना गया था कि जरूरत पड़ने पर वह पाला पलट भी सकते हैं।
इसके बाद से ही नीतीश के प्रति भाजपा का रुख नरम हुआ है और वह डैमेज कंट्रोल कर रही है। मोदी के बयान को इसी दिशा में देखा जा सकता है।
इतिहास
बिहार में आज तक नहीं बना है भाजपा का मुख्यमंत्री
हिंदी राज्यों में बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है जहां भाजपा का मुख्यमंत्री नहीं रहा है और यहां अपना मुख्यमंत्री बनाना भाजपा का एक बहुत बड़ा सपना रहा है। इसी कारण जब विधानसभा चुनाव में उसे JDU से अधिक सीटें मिलीं तो उसके अपनी इस महत्वाकांक्षा को पूरी करने के लिए कदम उठाने की अटकलें लगाई जाने लगीं।
भाजपा की बिहार इकाई के नेता कई बार स्पष्ट तौर पर संकेत दे चुके हैं कि वे राज्य में अपना मुख्यमंत्री चाहते हैं।