नीति आयोग की बैठक में नहीं आए नीतीश, पहले भी तीन बैठकों से बना चुके दूरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नीति आयोग की बैठक बुलाई थी। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसमें शामिल नहीं हुए। सूत्रों का कहना है कि कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद नीतीश ऐहतियाती तौर पर यात्रा करने से बच रहे हैं। भाजपा के साथ तनावपपूर्ण संबंधों के बीच 17 जुलाई के बाद यह चौथी केंद्रीय बैठक थी, जिससे नीतीश ने दूरी बनाई है। आइये यह खबर विस्तार से जानते हैं।
पहले किन बैठकों से दूर रहे नीतीश?
17 जुलाई को गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय ध्वज से जुड़े मुद्दों को लेकर बैठक बुलाई थी। इससे नीतीश नदारद रहे। 22 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए डिनर का आयोजन किया था। इसके बाद जब 25 जुलाई को द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली, तब भी नीतीश कुमार शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली नहीं पहुंचे थे।
क्यों नाखुश है नीतीश?
इंडियन एक्सप्रेस ने जनता दल (यूनाइटेड) के सूत्रों के हवाले से लिखा कि नीतीश कुमार भाजपा के पटना में हुए दो दिवसीय सम्मेलन में दिखाए गए राजनीतिक रुख से नाराज थे। इसमें भले ही अमित शाह ने जदयू के साथ मिलकर आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ने की बात कही थी, लेकिन पार्टी के कई नेता इसमें अनुच्छेद 370 और राष्ट्रवाद की बात करते रहे। ये ऐसे मुद्दे हैं, जिससे नीतीश कुमार सहज नहीं है।
विधानसभा अध्यक्ष से भी नाराज हैं नीतीश
इसके अलावा नीतीश कुमार बिहार विधानसभा के स्पीकर विजय कुमार सिन्हा द्वारा हाल ही में संपन्न हुए कार्यक्रम की हैंडलिंग को लेकर नाराज हैं। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने भी हिस्सा लिया था। विधानसभा स्पीकर की तरफ से भेजे गए इस कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र पर नीतीश का नाम नहीं था। एक भाजपा नेता ने भी माना कि नीति आयोग की बैठक में नीतीश का न आना अच्छा संकेत नहीं है।
प्रधानमंत्री ने की बैठक की अध्यक्षता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नीति आयोग की सातवीं गवर्निंग काउंसिल की बैठक की अध्यक्षता की। इसमें राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उप राज्यपालों, केंद्रीय मंत्रियों और नीति आयोग के उपाध्यक्ष ने हिस्सा लिया। इस उच्च स्तरीय बैठक में कृषि, शिक्षा और अर्थव्यवस्था आदि मुद्दों पर गंभीर चर्चा हुई। 2019 के बाद पहली बार यह बैठक हुई है। नीतीश के अलावा तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी इस बैठक में हिस्सा लिया।