नेताजी सुभाष चंद्र के पोते ने दिया भाजपा से इस्तीफा, बोले- पार्टी में बने रहना असंभव
क्या है खबर?
नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस ने भाजपा से इस्तीफा दे दिया है।
उन्होंने अपने त्याग पत्र में लिखा, "सुभाष चंद्र बोस और शरत चंद्र बोस की विचारधारा का प्रचार करने के लिए मुझे न केंद्र और न राज्य भाजपा से कोई समर्थन नहीं मिला। मैंने बंगाल के लोगों तक पहुंचने की रणनीति का सुझाव देते हुए विस्तृत प्रस्ताव रखा था, लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया।"
इस्तीफा
मेरे प्रयास का भाजपा ने नहीं किया समर्थन- बोस
बोस ने लिखा, "मैं नरेंद्र मोदी के विकास कार्यक्रम से प्रेरित होकर भाजपा में शामिल हुआ। तब मेरी चर्चा बोस बंधुओं की समावेशी विचारधारा पर केंद्रित थी। तब मेरी समझ रही कि इस विचारधारा को भाजपा के मंच के जरिए देश में प्रचारित करूंगा। प्रशंसनीय उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए मेरे स्वयं के उत्साही प्रयासों को राज्य में भाजपा ने कोई समर्थन नहीं दिया। ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण परिस्थितियों को देखते हुए मेरे लिए भाजपा का सदस्य बने रहना असंभव है।"
नाराजगी
बोस 2016 में बनाए गए थे बंगाल भाजपा के उपाध्यक्ष
बोस ने लिखा कि धर्म, जाति और पंथ के बावजूद समुदायों को भारतीय के रूप में एकजुट करने की नेताजी की विचारधारा का प्रचार करने के लिए भाजपा के भीतर एक आजाद हिंद मोर्चा बनाने का भी निर्णय लिया गया था, लेकिन उसे समर्थन नहीं मिला।
बता दें कि चंद्र कुमार बोस को भाजपा ने 2016 में पश्चिम बंगाल में पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया था। इसके बाद 2022 में उन्हें पद से हटा दिया गया था।