बिहार: रविवार दोपहर NDA की अहम बैठक, मुख्यमंत्री के नाम का हो सकता है फैसला
क्या है खबर?
बिहार चुनाव में जीत मिलने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के नेता रविवार को बैठक करेंगे।
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) प्रमुख नीतीश कुमार ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि बैठक में बिहार के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला लिया जाएगा।
गौरतलब है कि 10 नवंबर को आए बिहार विधानसभा चुनाव में NDA को 125 सीटें मिली हैं और वह राज्य में अगली सरकार बनाने जा रहा है।
आइये, पूरी खबर जानते हैं।
जानकारी
रविवार दोपहर 12:30 बजे होगी बैठक
शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि रविवार दोपहर 12.30 बजे NDA की बैठक होगी। उसमें सरकार गठन के सभी मुद्दों पर चर्चा कर फैसला लिया जाएगा। बैठक में जिन मुद्दों पर सहमति बनेगी, उनकी जानकारी दे दी जाएगी।
कयास
मुख्यमंत्री बनने के अनिच्छुक थे नीतीश, भाजपा ने मनाया
हाल ही संपन्न हुए चुनावों में जदयू को 43 सीटों से संतोष करना पड़ा है। वहीं भाजपा 74 सीट जीतकर गठबंधन की वरिष्ठ सहयोगी बन गई है।
NDA को कुल 125 सीटें मिली हैं। बिहार विधानसभा में सरकार गठन के लिए 122 सीटों पर जीत हासिल करना जरूरी है।
मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि जदयू के प्रदर्शन को देखते हुए नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनने के इच्छुक नहीं थे, लेकिन भाजपा ने उन्हें इसके लिए राजी कर लिया है।
जानकारी
भाजपा ने नीतीश को दिया समर्थन का भरोसा
सूत्रों का कहना है कि भाजपा ने नीतीश को भरोसा दिया है कि वो मुख्यमंत्री पद पर बने रहें और वो 'पहले की तरह पूरी स्वतंत्रता' से सरकार चला सकेंगे। भाजपा उनके रास्ते में नहीं आएगी।
बयान
NDA तय करेगा अगले मुख्यमंत्री का नाम- नीतीश
वहीं नीतीश कुमार ने जीत के बाद पहली बार मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कभी दावा नहीं किया और इस कुर्सी के अगले दावेदार का नाम NDA तय करेगा। इस पर अभी विचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, "मैंने कभी मुख्यमंत्री की कुर्सी पर दावा नहीं किया। चूंकि हम NDA के सहयोगी हैं तो यह जो भी फैसला लेगा, वो हमें मंजूर होगा। मैंने कभी ऐसे दावे नहीं किए।"
नतीजे
चुनाव में किस पार्टी को मिली कितनी सीटें?
चुनावों में अलग-अलग पार्टियों की बात करें तो भाजपा ने 74 सीटें जीती और वह दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। वहीं नीतीश कुमार की JDU 43 सीटों पर जीत हासिल करने में कामयाब हुई।
उसका प्रदर्शन पिछली बार के मुकाबले काफी खराब रहा है।
महागठबंधन की राष्ट्रीय जनता दल (RJD) 75 सीटों के साथ इस बार सबसे बड़ी पार्टी बनी, जो पिछली बार के मुकाबले पांच कम हैं। कांग्रेस ने 19 और वामपंथी पार्टियों ने 17 सीटें जीती है।
इतिहास
बिहार में आज तक नहीं बना है भाजपा का मुख्यमंत्री
हिंदी राज्यों में बिहार एकमात्र ऐसा राज्य है जहां भाजपा का मुख्यमंत्री नहीं रहा है और यहां अपना मुख्यमंत्री बनाना भाजपा का एक बहुत बड़ा सपना रहा है।
इसी कारण जब चुनाव में उसे जदयू से अधिक सीटें मिलीं तो उसके अपनी इस महत्वाकांक्षा को पूरी करने के लिए कदम उठाने की अटकलें लगाई जाने लगीं।
इसके अलावा कई विशेषज्ञों ने ये भी कहा कि इतनी कम सीटें होने के कारण नीतीश को खुद मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहिए।