छत्रपति शिवाजी के नाम पर होगा मुगल संग्रहालय, योगी बोले- मुगल हमारे नायक नहीं हो सकते
क्या है खबर?
आगरा में बन रहे मुगल संग्रहालय का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर रखा जाएगा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को ये ऐलान किया।
संग्रहालय का नाम मुगलों के नाम पर रखने पर सवाल पूछते हुए उन्होंने कहा कि मुगल हमारे नायक कैसे हो सकते हैं। उन्होंने ट्वीट करते हुए ये भी कहा कि नए उत्तर प्रदेश में मानसिकता के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं है।
बयान
जिन चीजों से आएगी गुलामी की बू, उनसे किया जाएगा परहेज- योगी
योगी आदित्यनाथ सोमवार को अपने सरकारी आवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आगरा मंडल के विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे और इसी बैठक में उन्होंने ये बड़ा ऐलान।
बैठक में उन्होंने कहा, "हमारी सरकार हमेशा राष्ट्रवादी विचारधारा को पोषित करती है और ऐसी किसी भी चीज से परहेज किया जाएगा जिससे गुलामी की बू आती हो।"
उन्होंने आगे कहा, "मुगल हमारे नायक कैसे हो सकते हैं! छत्रपति शिवाजी का नाम राष्ट्रवादी और आत्मसम्मान की भावना का संचार करेगा।"
ट्वीट
उत्तर प्रदेश में गुलामी के प्रतीकों की कोई जगह नहीं- योगी
योगी ने बैठक के बाद मामले पर ट्वीट भी किया और कहा कि उत्तर प्रदेश में गुलामी के प्रतीकों की कोई जगह नहीं है।
उन्होंने लिखा, 'आगरा में निर्माणाधीन म्यूजियम को छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम से जाना जाएगा। आपके नए उत्तर प्रदेश में गुलामी की मानसिकता के प्रतीक चिन्हों का कोई स्थान नहीं। हम सबके नायक शिवाजी महाराज हैं। जय हिन्द, जय भारत।'
बता दें कि शिवाजी महाराज मराठाओं के राजा थे और उन्होंने मुगलों से लोहा लिया था।
संग्रहालय
अखिलेश यादव ने पारित किया था मुगल संग्रहालय के निर्माण का प्रस्ताव
ताजमहल के पूर्वी गेट के पास बन रहे मुगल संग्रहालय में मुगल संस्कृति, कलाकृतियों, पेटिंग, भोजन, वेशभूषा और कला आदि की प्रदर्शन की जाएगी। छह एकड़ के प्लॉट में बन रहे इस संग्रहालय के निर्माण पर लगभग 20 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं।
इसके निर्माण का प्रस्ताव 2015 में अखिलेश यादव के नेतृत्व वाली समाजवादी पार्टी की सरकार ने पारित किया था। 2017 में इसका निर्माण शुरू हुआ और 2019 तक ये पूरा होना था।
नामों में बदलाव
कई शहरों के नाम बदल चुके हैं योगी आदित्यनाथ
गौरतलब है कि योगी आदित्यनाथ इससे पहले कई शहरों के नाम बदलने का आदेश भी दे चुके हैं। इनमें सबसे प्रमुख इलाहाबाद था जिसके नाम को बदलकर प्रयागराज कर दिया गया था। इसके अलावा उन्होंने फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या रखने का आदेश भी जारी किया था।
वहीं मुगलों के प्रति उनके कट्टर विचार भी जगजाहिर हैं और वे कई बार मुगल शासकों को लेकर विवादित बयान दे चुके हैं।