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14 महीने बाद हिरासत से रिहा हुईं महबूबा मुफ्ती, बोलीं- काले दिन को नहीं भूल सकती

14 महीने बाद हिरासत से रिहा हुईं महबूबा मुफ्ती, बोलीं- काले दिन को नहीं भूल सकती

Oct 14, 2020
10:39 am

क्या है खबर?

जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को 14 महीने बाद हिरासत से रिहा कर दिया गया है। पिछले साल अनुच्छेद 370 पर बड़े फैसले से पहले उन्हें हिरासत में लिया गया था और कल रात उन्हें रिहा किया गया। हिरासत से बाहर आते ही मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा और कहा कि 5 अगस्त के काले दिन के काले फैसले की बेइज्जती को कोई कश्मीरी नहीं भूल सकता। उन्होंने कहा कि कश्मीर का संघर्ष जारी रहेगा।

पृष्ठभूमि

पिछले साल 4 अगस्त से हिरासत में थीं महबूबा मुफ्ती

महबूबा मुफ्ती को पिछले साल 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने से एक दिन पहले अन्य नेताओं के साथ हिरासत में लिया गया था। तब उन्हें आपराधिक प्रक्रिया संहिता (CrPC) की धारा 107 के तहत हिरासत में लिया गया था और इसके छह महीने पूरे होने पर फरवरी में उन पर जन सुरक्षा कानून (PSA) लगा दिया गया। इसके बाद जुलाई में PSA के तहत उनकी हिरासत को तीन महीने और बढ़ा दिया गया।

वीडियो संदेश

रिहा होने के बाद मुफ्ती ने जारी किया 1.23 मिनट का वीडियो संदेश

रिहा होने के बाद ट्विटर पर 1.23 मिनट का वीडियो संदेश जारी करते हुए मुफ्ती ने कहा, "मैं आज एक साल से भी ज्यादा समय के बाद रिहा हुई हूं। 5 अगस्त, 2019 के उस काले दिन का काला फैसला मेरे दिल और रूह पर हर पल वार करता रहा। मुझे यकीन है कि ऐसी ही स्थिति जम्मू-कश्मीर के लोगों की रही होगी। कोई भी उस दिन की बेइज्जती को भूल नहीं सकता।"

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बयान

दिल्ली दरबार ने गैर-लोकतांत्रिक तरीके से छीना हमारा हक, संघर्ष जारी रहेगा- मुफ्ती

मुफ्ती ने आगे कहा, "हम सबको इस बात को याद रखना होगा कि दिल्ली दरबार ने पिछले साल 5 अगस्त को गैर-लोकतांत्रिक और गैरकानूनी तरीके से जो हक हमसे छीन लिया, उसे वापस लेना होगा... कश्मीर के मसले को हल करने के लिए जद्दोजहद जारी रखनी होगी जिसके लिए हजारों लोगों ने अपनी जान न्योछावर की है। मैं मानती हूं कि यह राह कतई आसान नहीं है, लेकिन मुझे यकीन है कि हौसले से यह दुश्वार रास्ता भी तय होगा।"

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बयान

मुफ्ती की मांग- जेलों में बंद बाकी लोगों को भी रिहा किया जाए

अपने वीडियो के अंत में मुफ्ती ने जेल में बंद सभी लोगों को रिहा करने की मांग भी की। उन्होंने कहा, "मैं चाहती हूं कि जम्मू-कश्मीर के जितने देश की अलग-अलग जेलों में बंद हैं, उन्हें जल्द से जल्द रिहा किया जाए।"

प्रतिक्रिया

उमर अब्दुल्ला बोले- लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ थी मुफ्ती की हिरासत

मुफ्ती की रिहाई पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस पर खुशी जाहिर की है। ट्वीट करते हुए उन्होंने लिखा, 'मुझे ये जानकर खुशी हुई कि महबूबा मुफ्ती साहिबा को एक साल से अधिक हिरासत में रखने के बाद रिहा कर दिया गया है। उनकी लगातार हिरासत एक मजाक और लोकतंत्र के मूल सिद्धातों के खिलाफ था। आपका स्वागत है महबूबा।' बता दें कि उमर को भी मार्च में हिरासत से रिहा किया गया था।

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