जम्मू-कश्मीर: महबूबा मुफ्ती ने लगाया फिर से अवैध रूप से हिरासत में लेने का आरोप
जम्मू-कश्मीर में करीब 14 महीने की हिरासत के बाद गत अक्टूबर में रिहा हुई पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) प्रमुख महबूबा मुफ्ती शुक्रवार से फिर से उन्हें अवैध हिरासत में लेने का आरोप लगाया है। इसके अलावा उन्होंने अपने बेटी इल्तिजा को भी हिरासत में लेने और प्रशासन पर उन्हें PDP के युवा अध्यक्ष वहीद रहमान के परिवार से मिलने के लिए पुलवामा जाने की इजाजत नहीं देने का भी आरोप लगाया है।
महबूबा ने ट्वीट कर लगाया आरोप
महबूबा ने ट्वीट करते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'मुझे फिर से हिरासत में ले लिया गया है। जम्मू-कश्मीर प्रशासन पिछले दो दिन से मुझे पुलवामा में स्थित पार्टी नेता वहीद उर रहमान के परिजनों से मिलने के लिए यात्रा की अनुमति नहीं दे रहा है।' उन्होंने आगे लिखा, 'भाजपा के मंत्रियों और उनकी कठपुतलियों को कश्मीर के हर कोने में घूमने की अनुमति है, लेकिन सुरक्षा की समस्या सिर्फ मेरे मामले में है।'
बेबुनियादी आरोपों में किया वहीद को गिरफ्तार- महबूबा
महबूबा ने एक अन्य ट्वीट में कहा, 'जम्मू-कश्मीर प्रशासन की क्रूरता कोई सीमा नहीं है। वहीद को बेबुनीयादी आरोपों में गिरफ्तार किया गया था और मुझे उसके परिवार को सांत्वना देने की भी अनुमति नहीं दी जा रही है। यहां तक कि उन्होंने मेरी बेटी इल्तिजा को भी घर में नजरबंद रखा गया है, क्योंकि वह भी वहीद के परिवार से मिलना चाहती थी।' उन्होंने आगे कहा कि वह दोपहर तीन बजे प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर विभिन्न मुद्दों पर बात करेंगी।
वहीद को NIA ने किया है गिरफ्तार
बता दें कि वहीद को महबूबा मुफ्ती का सबसे खास समझा जाता है। राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) ने उन्हें बुधवार को पूछताछ के बाद दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया था। NIA ने वहीद पर आंतकी संगठन हिज्बुल मुजाहिद्दीन को मदद पहुंचाने का आरोप लगाया है। इसको लेकर शुक्रवार को महबूबा उनके परिजनों से मिलने पुलवामा जा रही थी, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें घर से बाहर जाने से रोक दिया। उन्होंने इस संबंध में पुलिस अधिकारियों को चिट्ठी भी लिखी थी।
वहीद ने DDC के चुनाव में पुलवामा से भरा है नामांकन
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में इन दिनों डिस्ट्रिक डेवलपमेंट काउंसिल (DDC) के चुनाव हो रहे हैं। इसके लिए वहीद ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा से नामांकन भरा था, लेकिन अब उनकी गिरफ्तारी ने PDP की तैयारियों को धराशाही कर दिया है।
14 महीने हिरासत में रह चुकी है महबूबा
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के दौरान विरोध को देखते हुए सरकार ने फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला सहित दर्जनों नेताओं को हिरासत में ले लिया था। तीनों मुख्यमंत्रियों पर PSA लगाया गया था। इसके बाद फारूक अब्दुल्ला को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गत 13 मार्च, उमर अब्दुल्ला को 24 मार्च को रिहा किया गया था। महबूबा मुफ्ती को 14 महीनें बाद गत 13 अक्टूबर को रिहा किया गया था।