मायावती को रास नहीं विपक्षी नेताओं का कश्मीर दौरा, कहा- भाजपा को राजनीति का मौका दिया

बहुजन समाज पार्टी (BSP) सुप्रीमो मायावती ने कश्मीर दौरे पर गए विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं के इस दौरे से भारतीय जनता पार्टी को राजनीति करने का मौका मिलेगा। दरअसल, राहुल गांधी समेत विपक्षी नेताओं का प्रतिनिधिमंडल श्रीनगर दौरे पर गया था, लेकिन इन्हें एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया। प्रशासन ने प्रतिनिधिमंडल को एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने दिया और उन्हें वापस दिल्ली भेज दिया था।
मायावती ने सोमवार को तीन ट्वीट कर इस मुद्दे पर अपने विचार रखे। पहले ट्वीट में उन्होंने लिखा कि यह सब जानते हैं कि बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर हमेशा देश की समानता, एकता व अखण्डता के पक्षधर रहे हैं इसलिए वे जम्मू-कश्मीर राज्य में अलग से धारा 370 का प्रावधान करने के कतई भी पक्ष में नहीं थे। इसी खास वजह से बसपा ने संसद में इस धारा को हटाये जाने का समर्थन किया था।
मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि अनुच्छेद 370 को खत्म किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में स्थिति सामान्य होने में थोड़ा समय लगेगा। कोर्ट ने भी इस बात को माना है।
तीसरे ट्वीट में विपक्षी नेताओं के कश्मीर दौरे पर निशाना साधते हुए मायावती ने लिखा, 'ऐसे में अभी हाल ही में बिना अनुमति के कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं का कश्मीर जाना क्या केन्द्र व वहां के गवर्नर को राजनीति करने का मौका देने जैसा इनका यह कदम नहीं है? वहाँ पर जाने से पहले इस पर भी थोड़ा विचार कर लिया जाता, तो यह उचित होता।' जाहिर है विपक्षी नेताओं का यह दौरा मायावती को रास नहीं आया।
3. ऐसे में अभी हाल ही में बिना अनुमति के कांग्रेस व अन्य पार्टियों के नेताओं का कश्मीर जाना क्या केन्द्र व वहां के गवर्नर को राजनीति करने का मौका देने जैसा इनका यह कदम नहीं है? वहाँ पर जाने से पहले इस पर भी थोड़ा विचार कर लिया जाता, तो यह उचित होता।
— Mayawati (@Mayawati) August 26, 2019
अनुच्छेद 370 में बदलाव होने के बाद कश्मीर घाटी प्रतिबंधों के साये में है। राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा और सीताराम येचुरी समेत 11 विपक्षी नेता शनिवार को कश्मीर की जमीनी स्थिति जानने के लिए श्रीनगर पहुंचे थे, लेकिन उन्हें एयरपोर्ट से ही वापस दिल्ली भेज दिया गया। उन्हें एयरपोर्ट से बाहर जाने की इजाजत नहीं दी गई। वहां मौजूद मीडिया ने जब नेताओं से बात करनी चाही तो पुलिस ने मीडियाकर्मियों के साथ बदसलूकी की।
विपक्षी नेताओं के इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस की तरफ से राहुल, गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, केसी वेणुगोपाल, CPM के सीताराम येचुरी, CPI के डी राजा, DMK के तिरुची सिवा, LJD के शरद यादव, TMC के दिनेश त्रिवेदी, NCP के मजीद मेमन, RJD के मनोज झा और JDS के डीके रेड्डी शामिल थे। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पहले शुक्रवार को ही इन नेताओं से अपनी यात्रा टालने की मांग की थी। प्रशासन का कहना था कि इससे लोगों को असुविधा होगी।
श्रीनगर एयरपोर्ट पर अधिकारियों के साथ बातचीत का राहुल का वीडियो भी कांग्रेस ने ट्वीट किया था। इसमें वह अधिकारियों से कह रहे हैं, "कुछ दिन पहले राज्यपाल ने मुझे जम्मू-कश्मीर आने का न्योता दिया था... तो अब मैं आया हूं। फिर आप कह रहे हैं कि मैं नहीं जा सकता हूं। सरकार कह रही है कि यहां सब ठीक है। अगर सब सामान्य है तो हमें बाहर क्यों नहीं जाने दिया जा रहा।"
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कश्मीर मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि सरकार राष्ट्रवाद के नाम पर लोगों को कुचल रही है। प्रियंका ने एक वीडियो भी ट्वीट किया है, जिसमें कश्मीर जा रहे प्रियंका के भाई राहुल गांधी से विमान में एक कश्मीरी महिला अपनी समस्याएं बताते हुए कह रही है कि वो बहुत परेशान हैं। बता दें कि राहुल के नेतृत्व वाले विपक्षी दल को श्रीनगर एयरपोर्ट से ही वापस भेज दिया गया था।
रविवार सुबह प्रियंका ने महिला के वीडियो वाले पत्रकार के ट्वीट को ट्वीट करते हुए लिखा, "ऐसा कब तक चलेगा? ये उन लाखों लोगों में से एक हैं जिन्हें राष्ट्रवाद के नाम पर शांत किया जा रहा है और कुचला जा रहा है।"
there is NOTHING more ‘political’ and ‘anti national’ than the shutting down of all democratic rights that is taking place in Kashmir. It is the duty of every one of us to raise our voices against it, we will not stop doing so.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 25, 2019