दिल्ली हिंसा: मनोज तिवारी ने कहा- भड़काऊ बयान देने से परहेज करें भाजपा नेता

दिल्ली में तीन दिन से चल रही हिंसा के बीच दिल्ली भाजपा प्रमुख मनोज तिवारी ने पार्टी के सभी नेताओं से भड़काऊ बयान देने से परहेज करने को कहा है। उन्होंने पार्टी नेताओं से दिल्ली में शांति बहाल करने के लिए हरसंभव प्रयास करने की अपील भी की है। गौरतलब है कि भाजपा नेता कपिल मिश्रा के भड़काऊ बयान के बाद ही उत्तर-पूर्व दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा शुरू हुई है। मिश्रा अभी भी अपने बयान पर कायम हैं।
जाफराबाद में लगभग 500 महिलाओं के नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ धरने पर बैठने के बाद रविवार को कपिल मिश्रा ने CAA समर्थकों से इसके खिलाफ एकजुट होने को कहा था। उन्होंने दिल्ली पुलिस को तीन दिन के अंदर सारी सड़कें खाली कराने का "अल्टीमेटम" भी दिया था। उनके इस बयान के बाद से ही उत्तर-पूर्व दिल्ली के कई इलाकों में हिंसा हो रही है। इसमें 20 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि लगभग 250 घायल हुए हैं।
इस हिंसा पर भाजपा ने मनोज तिवारी का एक बयान जारी किया है। इसमें कहा गया है, "श्री मनोज तिवारी ने सभी भाजपा नेताओं से दिल्ली में शांति बहाल करने के लिए हरसंभव प्रयास करने की अपील की है। कोई भी नेता ऐसा कार्य न करें जिससे भ्रम पैदा हो और लोगों में गलत संदेश जाए। सभी को भड़काऊ बयान देने से परहेज करना चाहिए। मौजूदा माहौल में कोई भी अनुचित बात कहना बिल्कुल गलत होगा।"
तिवारी ने अपने बयान में कहा है कि कुछ लोग जानबूझकर दिल्ली के लोगों को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा है, "प्रदर्शनों के दौरान हो रही हिंसा परेशान करने वाली है। देश के सभी लोगों को बोलने और शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने का अधिकार है लेकिन प्रदर्शन के नाम पर लोगों को परेशान करने का नहीं।" उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर दिल्ली में शांति बहाल करने के प्रयास करने चाहिए।
इससे पहले तिवारी केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन के साथ हिंसा के दौरान जान गंवाने वाले दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल रतनलाल के घर भी गए। सोमवार को गोली लगने से उनकी मौत हुई थी। रतनलाल की मौत पर दुख जताते हुए तिवारी ने कहा कि पुलिसकर्मियों और आम लोगों पर हमले दुर्भाग्यपूर्ण हैं। हर्षवर्धन और तिवारी देर रात विभिन्न अस्पतालों में जाकर हिंसा के दौरान घायल हुए लोगों से भी मिले।
इससे पहले गृह मंत्री अमित शाह ने भी मंगलवार को सभी राजनीतिक पार्टियों से शांति बहाली के प्रयास करने की अपील की थी। अपनी अपील में उन्होंने कहा था, "सभी पार्टियों को राजनीतिक मतभेद भुलाकर शांति बहाली के लिए एकजुट प्रयास करने चाहिए। उन्हें अपने सांसदों, विधायकों, पार्षदों और समर्थकों को आम जनता के बीच भेजना चाहिए ताकि वे पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर भय और अफवाह के माहौल को दूर कर सकें।"
शांति बहाली के इन प्रयासों के बीच कपिल मिश्रा ने अपनी गलत मानने से इनकार किया है। ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा कि बंद सड़कों को खुलवाना और CAA का समर्थन करना कोई गुनाह नहीं है। उन्होंने खुद को धमकियां मिलने की बात कही।
दोस्तों,
— Kapil Mishra (@KapilMishra_IND) February 25, 2020
देश से और विदेशों से लगातार फोन आ रहे हैं
मुझे जान से मारने का एलान किया जा रहा हैं
धमकियाँ दे रहे हैं
बंद सड़कों को खुलवाने को कहना कोई गुनाह नहीं
CAA का समर्थन कोई गुनाह नहीं
सच बोलना कोई गुनाह नहीं
I don't fear this massive hate campaign against me 🙏