हरियाणा: मनोहर लाल खट्टर ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, दुष्यंत चौटाला बने उप मुख्यमंत्री
क्या है खबर?
भारतीय जनता पार्टी के मनोहर लाल खट्टर ने लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
हालांकि पिछली बार के विपरीत इस बार उनकी सरकार जननायक जनता दल (JJP) और निर्दलीय विधायकों के समर्थन पर निर्भर है।
यही कारण रहा कि खट्टर के साथ JJP प्रमुख दुष्यंत चौटाला ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायन आर्य ने चंडीगढ़ में दोनों नेताओं को शपथ दिलाई।
मंत्रियों पर फैसला बाद में किया जाएगा।
शपथ ग्रहण
फरलो पर बाहर आए दुष्यंत के पिता अजय चौटाला रहे शपथ ग्रहण के समय मौजूद
शपथ ग्रहण के दौरान दुष्यंत चौटाला के पिता अजय चौटाला भी मौजूद रहे।
शिक्षक भर्ती घोटाले में तिहाड़ जेल में सजा काट रहे अजय चौटाला दो हफ्ते की फरलो पर कल ही बाहर आए हैं।
इसके अलावा भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, कई केंद्रीय मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर समेत भाजपा शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री भी इसमें शामिल हुए।
हरियाणा विधानसभा चुनाव नतीजा
हरियाणा की जनता ने दिया था खंडित जनादेश
बता दें कि गुरूवार को घोषित हुए हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणामों में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला था।
राज्य की सत्ता पर काबिज भाजपा बहुमत के आंकड़े से कम 40 सीटों पर रह गई थी।
वहीं कांग्रेस ने 31 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
JJP को दस सीटें मिलीं।
ये खंडित जनादेश JJP और दुष्यंत चौटाला के लिए एक सुनहरा अवसर बनकर आया और वो किंगमेकर की भूमिका में उभरे।
प्रयास
कांग्रेस ने भी की थी JJP को अपनी ओर करने की कोशिश
सबसे पहले कांग्रेस के भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दुष्यंत चौटाला को अपनी तरफ करने की कोशिश की और नतीजे पूरी तरह से साफ होने से पहले ही कांग्रेस, JJP, इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) और निर्दलीय विधायकों को भाजपा के खिलाफ एकजुट होने को कहा।
हालांकि अंतिम नतीजे आने पर साफ हो गया कि कांग्रेस और JJP मिलकर भी सरकार नहीं बना पाएंगे और उन्हें निर्दलीय विधायकों की समर्थन की जरूरत पड़ेगी।
कोशिश
निर्दलियों की समर्थन से सरकार बनाने में जुटी भाजपा
इस बीच भाजपा ने पहले निर्दलीय विधायकों की समर्थन से सरकार बनाने की कोशिश की।
सिरसा से विधायक चुने गए गोपाल कांडा और सात निर्दलीय विधायकों ने उसे बिना शर्त समर्थन देने का ऐलान किया।
इस समय ऐसा लगा कि भाजपा बिना JJP के समर्थन के सरकार बना लेगी।
लेकिन इसी बीच गीतिका शर्मा आत्महत्या केस में आरोपी गोपाल कांडा की आपराधिक पृष्ठभूमि पर विवाद हुआ और भाजपा को ऐलान करना पड़ा कि वह कांडा से समर्थन नहीं लेगी।
जानकारी
कल किया था सरकार बनाने का दावा
बाद में JJP ने भाजपा को समर्थन का ऐलान किया और शनिवार को खट्टर ने राज्यपाल के पास जाकर JJP के 10 और सात निर्दलीय विधायकों के समर्थन से सरकार बनाने का दावा पेश किया। इस तरह उन्हें 57 विधायकों का समर्थन हासिल है।