मनमोहन सिंह हमेशा पहनते थे नीली पगड़ी, क्या था रहस्य?
देश के पूर्व प्रधानमंत्री और महान अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने 92 वर्ष की आयु में दुनिया छोड़ दी। उनका निधन गुरुवार रात को दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में हुआ। उनके निधन पर लोग सादगी भरे जीवन और उनके आर्थिक निर्णयों को याद कर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सोशल मीडिया पर डॉ सिंह के जीवन पर चर्चा हो रही है। इसी में उनकी नीली पगड़ी भी चर्चा का विषय बनी हुई है, जिसे वे हमेशा पहनते थे।
क्या है नीली पगड़ी का रहस्य?
डॉ सिंह ने हमेशा नीली पगड़ी पहनी। प्रधानमंत्री बनने के बाद भी कोई भी विशेष मौका आया, तो उनका परिधान भले ही बदल जाए, लेकिन पगड़ी का रंग कभी नहीं बदलता था। एक बार उन्होंने अपनी नीली पगड़ी के रहस्य को उजागर करते हुए बताया था कि यह रंग उनकी मातृसंस्था, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय के प्रति श्रद्धांजलि है। यह बात उन्होंने 2006 में कैम्ब्रिज से कानून की डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त करते समय दिए गए भाषण में बताई थी।
प्रिंस ऑफ ड्यूक ने किया था इशारा
कार्यक्रम के दौरान प्रिंस फिलिप ने सिंह की विशिष्ट नीली पगड़ी की ओर भीड़ का इशारा किया, जिस पर तालियां बज उठीं थी। प्रिंस फिलिप, ड्यूक ऑफ एडिनबर्ग, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के पति थे। तभी सौम्य स्वभाव डॉ सिंह ने बताया कि हल्का नीला रंग उनके पसंदीदा रंगों में से एक था और यह उन्हें वहां बिताए समय की याद दिलाता था। उन्होंने बताया कि उनकी पगड़ी की वजह से विश्वविद्यालय के कई दोस्त उन्हें 'नीली पगड़ी' कहकर बुलाते थे।
मनमोहन सिंह के लिए 2 बार खड़े हुए थे लोग
सिंह ने विश्वविद्यालय में बताया था कि भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और राजीव गांधी के बाद वे तीसरे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने कैम्ब्रिज से पढ़ाई की। समारोह में उनके भाषण के बाद काफी देर तालियां बजती रही और लोग दूसरी बार सम्मान देने खड़े हुए।