पश्चिम बंगाल चुनाव: ममता बनर्जी ने विपक्षी दलों को पत्र लिखकर की एकजुट होने की अपील
क्या है खबर?
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव चल रहे हैं। गत 27 मार्च को पहले चरण का मतदान हो गया है और 1 अप्रैल को दूसरे चरण का मतदान होना है।
यहां तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है। ऐसे में दूसरी चरण के मतदान से पहले TMC प्रमुख ममता बनर्जी ने बड़ा दांव खेला है।
उन्होंने भाजपा विरोधी दलों के नेताओं को पत्र लिखकर लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए एकजुट होने की अपील की है।
चुनाव
पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में होगा मतदान
पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में मतदान होगा। इसमें पहले चरण में 30 सीटों के लिए 27 मार्च को मतदान हो चुका है।
इसी तरह दूसरे से आठवें चरण का मतदान कम्रश: 1 अप्रैल, 6 अप्रैल, 10 अप्रैल, 17 अप्रैल, 22 अप्रैल, 26 अप्रैल और 28 अप्रैल को होगा।
बनर्जी और भाजपा के सुवेंदु अधिकारी नंदीग्राम सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। इस हॉट सीट के लिए मतदान 1 अप्रैल हो होगा। इस पर सभी की नजर टिकी हुई है।
चिट्ठी
बनर्जी ने इन नेताओं को लिखा पत्र
बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष शरद पवार, DMK प्रमुख एमके स्टालिन, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रमुख तेजस्वी यादव, शिवसेना प्रमुख और मराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, बीजू जनता दल (BJD) प्रमुख और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और YSR कांग्रेस प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को पत्र लिखा है।
अपील
एकजुट होकर प्रभावी संघर्ष करने का आ गया समय- बनर्जी
बनर्जी ने पत्र में लोकतंत्र और संवैधानिक संघवाद पर भाजपा और केंद्र सरकार द्वारा हमले करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने लिखा, 'मेरा दृढ़ विश्वास है कि लोकतंत्र और संविधान पर भाजपा के हमलों के खिलाफ सभी दलों के एकजुट होकर और प्रभावी संघर्ष करने का समय आ गया है।'
उन्होंने लिखा, 'मैं इस बात को लेकर चिंतित हूं कि भाजपा की केंद्र सरकार लोकतंत्र को पूरी तरह से खत्म करने की कोशिश कर रही है।'
उदाहरण
बनर्जी ने पत्र में दिया NCT बिल का उदाहरण
बनर्जी ने पत्र में दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्य क्षेत्र शासन (संशोधन) विधेयक, 2021 (NCT) भी उदाहरण दिया है।
उन्होंने लिखा, 'भाजपा की केंद्र सरकार ने NCT विधेयक पास कराकर उपराज्यपाल को दिल्ली का अघोषित वायसराय बना दिया गया, जो गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के लिए एक प्रतिनिधि (प्रॉक्सी) के रूप में काम कर रहे हैं।'
उन्होंने लिखा, 'NCT विधेयक का पारित होना एक गंभीर विषय है। भाजपा सरकार ने निर्वाचित सरकार की शक्तियां छीन रही है।'
जानकारी
जीत नहीं मिली तो NCT के जरिए निकाला शासन करने का रास्ता- बनर्जी
बनर्जी ने लिखा, 'आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने दो बार दिल्ली के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हराया है। जब भाजपा लोकतांत्रिक तरीके से नहीं जीत सकी तो उसने उपराज्यपाल के जरिए शासन करने का तरीका ढूंढ निकाला है।'
आरोप
बनर्जी ने पत्र में भाजपा पर लगाए ये गंभीर आरोप
बनर्जी ने पत्र में भाजपा पर आरोप लगाते हुए लिखा कि केंद्र सरकार ने योजनाओं के लिए राज्य का फंड रोक दिया है। इतना ही नहीं भाजपा पैसे के दम पर नेताओं को खरीद रही है। वह निजीकरण के जरिए देश के प्रजातंत्र पर हमला कर रही है।
उन्होंने यह भी लिखा कि गैर भाजपा शासित राज्यों के नेताओं के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED), केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) और दूसरी जांच एजेंसियों से कार्रवाई कराई जाती है।
राजनीति
चुनाव से पहले बनर्जी ने खेला था गोत्र कार्ड
नंदीग्राम में गुरुवार को होने वाले चुनाव को लेकर बनर्जी ने मंगलवार को गोत्र कार्ड खेल दिया। उन्होंने कहा था कि चुनाव प्रचार करते वक्त वह एक मंदिर गईं थीं। वहां पुजारी ने उनसे गोत्र पूछा।
उन्होंने बताया कि उनका गोत्र मां, माटी और मानुष है। इस घटना के बाद उन्हें त्रिपुरा के त्रिपुरेश्वरी मंदिर का वाकया याद आ गया। वहां भी पुजारी ने उनसे गोत्र पूछा था। उन्होंने बताया कि उनका असल गोत्र शांडिल्य है।