महाराष्ट्र: उद्धव ठाकरे ने कैबिनेट बैठक में मांगी माफी, तीन जगहों के नाम भी बदले
महाराष्ट्र में शिवसेना नेताओं की बगावत से खड़े हुए सियासी संकट के बीच बुधवार शाम महा विकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन सरकार की कैबिनेट की अहम बैठक हुई। इसमें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पूरी तरह से भावुक नजर आए और उन्होंने सभी से किसी भी चीज के लिए दुख पहुंचने को लेकर माफी भी मांगी। इस दौरान कैबिनेट ने औरंगाबाद, नवी मुंबई हवाई अड्डा तथा उस्मानाबाद शहरों के नाम बदलने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी।
उद्धव ठाकरे ने सभी नेताओं को जताया आभार
बैठक की शुरुआत में मुख्यमंत्री ठाकरे ने हाथ जोड़कर सभी का आभार जताया और कहा, "पिछले ढाई साल में आपने मेरा सहयोग किया उसके लिए मैं शुक्रगुजार हूं, लेकिन अगर मेरी किसी चीज से आपका दिल दुखा हो तो उसके लिए मुझे माफ करना।" उन्होंने कहा, "हमें कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) का भरपूर सहयोग मिला, लेकिन दुर्भाग्यवश हमारी अपनी पार्टी के लोगों ने हमारा साथ नहीं दिया। तीनों पार्टियों ने ढाई साल में बेहतरीन काम किया।"
औरंगाबाद का नाम बदलकर किया संभाजी नगर
कैबिनेट बैठक में मुख्यमंत्री ठाकरे ने औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर करने, नवी मुंबई हवाई अड्डे का नाम बालासाहेब ठाकरे की जगह डीबी पाटिल हवाई अड्डा करने और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव रखने के प्रस्तावों को स्वीकृति भी दे दी। बैठक में यह भी तय किया गया है कि अहमदनगर-बीड-परली वैजनाथ नई रेलवे लाइन परियोजना के पुनर्निर्माण को मंजूरी दी जाएगी और राज्य सरकार इसके निर्माण में पूरा सहयोग करेगी।
क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले घरकुल योजना शुरू करने का निर्णय
कैबिनेट बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष पिछड़ा वर्ग (SBC) एवं अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के लिए क्रांतिज्योति सावित्रीबाई फुले घरकुल योजना लागू करने को भी मंजूरी दी गई है। इससे इन दोनों वर्गों के लोगों को सीधा फायदा मिल सकेगा।
बालसाहेब ठाकरे ने किया था औरंगाबाद का नाम बदलने का ऐलान
बता दें कि उद्धव सरकार के औरंगाबाद के नाम को बदलने के फैसले को शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे के ऐलान से भी जोड़कर देखा जा रहा है। 1988 में बालासाहेब ने ऐलान किया था कि शहर में स्थानीय निकाय चुनाव जीतने के बाद औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजी नगर कर दिया जाएगा। तब से शहर का नाम बदलने के लिए कई प्रयास किए जा रहे थे। आखिरकार शिवसेना ने अब उस घोषणा को पूरा कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तय होगी आगे की रणनीति
कैबिनेट बैठक के बाद महाराष्ट्र के मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि मुख्यमंत्री ठाकरे ने तीनों पार्टियों के द्वारा ढाई साल में किए गए अच्छे कार्यों को लेकर आभार जताया है। अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी। बता दें कि शिवसेना के 39 नेताओं की बगावत के बाद राज्यपाल ने ठाकरे को गुरुवार को फ्लोर टेस्ट के लिए आमंत्रित किया है। इसके खिलाफ शिवसेना की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा संख्याबल 285 है। बहुमत का आंकड़ा 143 है। अभी तक महा विकास अघाड़ी गठबंधन के पास 151 विधायकों का समर्थन था, लेकिन अब शिंदे 40 शिवसेना विधायकों के समर्थन का दावा कर रहे हैं, यानी गठबंधन के पास मात्र 111 विधायक रह गए हैं। ऐसे में फ्लोर टेस्ट में ठाकरे की सरकार गिरने की आशंका है। भाजपा के पास 106 विधायक हैं और निर्दलियों और बागियों के साथ मिलकर वह सरकार बना सकती है।