महाराष्ट्र: विधानसभा स्पीकर ने बताया, क्यों रद्द नहीं की उद्धव गुट के विधायकों की सदस्यता
क्या है खबर?
महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने बुधवार को एकनाथ शिंदे के पक्ष में फैसला सुनाने के बावजूद उद्धव ठाकरे गुट के 14 विधायकों की सदस्यता रद्द नहीं की।
इसका कारण बताते हुए नार्वेकर ने NDTV से कहा कि भरत गोगावले (शिंदे गुट) को व्हिप के रूप में नामित करना ठीक था, लेकिन यह निश्चित नहीं है कि ठाकरे गुट के विधायकों को पर्याप्त और उचित तरीके से व्हिप दिया गया था और इसलिए उनकी सदस्यता रद्द नहीं की गई।
सफाई
ठाकरे गुट के विधायकों पर ठीक से लागू नहीं किया गया व्हिप- नार्वेकर
नार्वेकर ने बताया, "ऐसा लगता है कि यह पूर्ण सेवा नहीं थी। यह दिखाने के लिए कोई सबूत नहीं था कि यह व्हिप ठाकरे गुट के विधायकों पर ठीक से लागू किया गया था। चूंकि यह स्पष्ट नहीं किया गया था, इसलिए प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों के तहत यह मेरे लिए उन्हें अयोग्य ठहराना उचित नहीं था।"
नार्वेकर ने बताया कि उनकी घोषणा का पूरा विवरण लिखित आदेश में भी देखा जा सकता है।
सवाल
उद्धव ठाकरे ने उठाया था सवाल
पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने नार्वेकर के फैसले के बाद सवाल किया था कि यदि संविधान का उनका संस्करण मान्य नहीं था तो उनके गुट के विधायकों को अयोग्य क्यों नहीं ठहराया गया।
बता दें, बुधवार को नार्वेकर ने शिंदे समेत उनके गुट के 16 विधायकों को अयोग्य ठहराने से इनकार कर दिया था और शिंदे गुट को असली शिवसेना बताया था।
यह फैसला दल-बदल कानून के तहत शिंदे और उनके बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने की मांग पर आया।