महाराष्ट्र सरकार पर संकट के बादल, 10-12 शिवसेना विधायकों के साथ "गायब" हुए मंत्री एकनाथ शिंदे
कल विधान परिषद चुनाव में बड़ा झटका झेलने वाले महाराष्ट्र के महा विकास अघाड़ी गठबंधन के लिए एक और बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। शिवसेना विधायक और राज्य सरकार में मंत्री एकनाथ शिंदे पार्टी के 10-12 विधायकों के साथ "गायब" हो गए हैं और उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिंदे अपने विश्वस्त विधायकों के साथ गुजरात के सूरत के एक होटल में रुके हुए हैं।
पार्टी से नाराज हैं शिंदे, दोपहर में करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, शिंदे और उनके साथ गए विधायक सरकार से नाराज हैं। ठाणे में शिवसेना को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाने वाले शिंदे को लगता है कि उन्हें पार्टी में किनारे किया जा रहा है। वह आज दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस भी करेंगे जिसमें वह कोई महत्वपूर्ण ऐलान कर सकते हैं। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिवसेना प्रमुख और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी विधान परिषद चुनाव को संभालने के शिंदे के तरीके से नाखुश हैं।
क्यों अहम है ये घटनाक्रम?
288 सदस्यीय महाराष्ट्र विधानसभा में सत्तारूढ़ महा विकास अघाड़ी गठबंधन के कुल 154 विधायक हैं। एक शिवसेना विधायक की मौत के कारण ये आंकड़ा 153 रह गया है। मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा के पास 106 विधायक हैं, लेकिन सोमवार को हुए विधान परिषद चुनाव में उसे 133 वोट मिले। इसका मतलब वह बहुमत के 145 सीटों के आंकड़े से मात्र 12 सीटे पीछे है। शिंदे लगभग इतने ही विधायकों के साथ गुजरात गए हैं।
विधान परिषद चुनाव के नतीजे क्या रहे?
विधान परिषद चुनाव के नतीजों की बात करें तो इसमें सत्तारूढ़ गठबंधन और भाजपा दोनों पांच-पांच सीटें जीतने में कामयाब रहे। कम विधायक होने के बावजूद भाजपा सत्तारूढ़ गठबंधन के बराबर सीटें जीतने में कामयाब रही और उसके उम्मीदवारों के लिए कांग्रेस और शिवसेना के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। कांग्रेस के तीन विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार के लिए वोट डाला, वहीं शिवसेना के भी कुछ विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की खबर है।
उद्धव ठाकरे और कांग्रेस ने तलब किए अपने-अपने विधायक
इन नतीजों से नाराज शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपने सभी विधायकों को आज बैठक के लिए तलब किया है। एकनाथ शिंदे इस बैठक में आते हैं या नहीं, इससे आगे की स्थिति काफी हद तक साफ हो जाएगी। कांग्रेस ने भी महाराष्ट्र के अपने विधायकों को दिल्ली तलब किया है। राज्य में कांग्रेस के 44 विधायक हैं, जिनमें से तीन ने क्रॉस-वोटिंग की। गठबंधन की तीसरी पार्टी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के किसी भी विधायक ने क्रॉस-वोटिंग नहीं की।