मद्रास हाई कोर्ट में AIADMK प्रमुख पलानीस्वामी की बड़ी जीत, पन्नीरसेल्वम को बड़ा झटका
क्या है खबर?
AIADMK नेता के पलानीस्वामी को मद्रास हाई कोर्ट से बड़ी जीत मिली है। कोर्ट ने पलानीस्वामी की अंतरिम महासचिव पद पर नियुक्ति और प्रतिद्वंदी नेता ओ पन्नीरसेल्वम को पार्टी से निष्कासित किये जाने के फैसले के खिलाफ दायर याचिका को खारिज कर दिया है।
कोर्ट के इस फैसले के तुरंत बाद AIADMK नेता पलानीस्वामी को औपचारिक रूप से पार्टी का महासचिव घोषित कर दिया गया।
इस फैसले के खिलाफ पन्नीरसेल्वम दो न्यायाधीशों की बेंच में अपील कर सकते हैं।
मामला
हाई कोर्ट ने सभी प्रस्तावों को ठहराया वैध
मद्रास हाई कोर्ट ने AIADMK महासचिव के रूप में तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री पलानीस्वामी की पदोन्नति को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए ये फैसला सुनाया। उसने मामले में सभी पार्टी प्रस्तावों की वैध करार दिया।
हाल ही में इस मामले सुप्रीम कोर्ट ने भी याचिका को खारिज करते हुए पारित प्रस्तावों को सही ठहराया था और इनकी वैधता का निर्णय मद्रास हाई कोर्ट पर छोड़ दिया था।
विवाद
पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी में क्या विवाद है?
2016 में जयललिता के निधन के बाद उनकी पार्टी AIADMK में पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी के बीच नेतृत्व को लेकर जंग छिड़ गई थी। इसका नतीजा ये हुआ कि पार्टी दो धड़ों में बंट गई। दोनों के बीच कई बार बातचीत के बावजूद विवाद नहीं सुलझा।
11 जुलाई, 2022 को AIADMK की जनरल मीटिंग में पलानीस्वामी को अंतरिम महासचिव नियुक्त किया गया और पन्नीरसेल्वम को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। पन्नीरसेल्वम ने इसी के खिलाफ याचिका दायर की थी।
आरोप
पलानीस्वामी ने महासचिव पद के लिए किया था नामांकन
बीते शनिवार को पलानीस्वामी ने पार्टी के महासचिव पद के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल किया था, जिसे लेकर पन्नीरसेल्वम ने आपत्ति जताई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि इस चुनाव में उचित प्रक्रिया का पालन नहीं किया जा रहा है।
गौर हो कि पार्टी में 5 साल में एक बार संगठनात्मक चुनाव होते हैं और केवल निर्वाचित महासचिव ही संगठनात्मक चुनाव करवा सकते हैं। महासचिव के पास पार्टी के नए पदाधिकारियों की नियुक्ति करने का भी अधिकार होता है।
जश्न
पलानीस्वामी की जीत पर AIADMK मुख्यालय में जश्न का माहौल
हाई कोर्ट के फैसले के बाद AIADMK मुख्यालय में जश्न का माहौल है। पलानीस्वामी की इस जीत पर उनके समर्थकों ने मिठाई बांटकर जश्न मनाया, जिसके बाद औपचारिक रूप से उनके पार्टी महासचिव चुने जाने की घोषणा की गई।
पन्नीरसेल्वम के धड़े को इस फैसले से झटका लगा है और मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो वह इस फैसले को मद्रास हाई कोर्ट की बड़ी बेंच के सामने चुनौती दे सकते हैं।