लोकसभा चुनाव 2019: कौन हैं प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ उतरने वाले कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय?
भाजपा के विधायक रह चुके एक नेताजी इन लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री मोदी को बनारस सीट पर चुनौती देंगे। हम बात कर रहे हैं कांग्रेस उम्मीदवार अजय राय की। राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा थी कांग्रेस प्रियंका गांधी को बनारस से टिकट दे सकती है। इसके बाद कयास लगाये जाने लगे थे कि बनारस सीट पर प्रियंका गांधी और नरेंद्र मोदी के बीच टक्कर होगी, लेकिन कांग्रेस ने अजय राय को उतार कर प्रधानमंत्री मोदी का सफर आसान कर दिया।
ABVP से की अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत
अजय राय उत्तर प्रदेश से 5 बार विधायक रह चुके हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी के छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की थी। भूमिहार समुदाय से आने वाले राय, ब्राह्मणों और भूमिहारों में अच्छी पैठ रखते हैं। उन्होंने पहली बार 1996 में कोलसाला विधानसभा से भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। वो लगातार तीन बार यहां से विधायक रहे। भाजपा ने 2009 में उन्हें टिकट देने से इनकार कर दिया।
मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ लड़ा था चुनाव
भाजपा से 2009 में टिकट कटने के बाद उन्होंने समाजवादी पार्टी का दामन थामा और मुरली मनोहर जोशी के खिलाफ चुनाव लड़े, जिसमें उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। उसी साल उन्होंने कोलसाला विधानसभा से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा। यह चुनाव जीतकर वो एक बार फिर विधायक बने। परिसीमन के बाद उनका क्षेत्र बनारस जिले के पिंडरा में आ गया। 2017 में यहां से उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए।
5 लाख से ज्यादा वोटों से हारे थे अजय राय
अजय राय 2014 में बनारस से प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। इस चुनाव में अजय तीसरे स्थान पर रहे थे। इन चुनावों में नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले थे। दूसरे स्थान पर रहे आम आदमी पार्टी के संजोयक अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 और तीसरे स्थान पर रहे अजय को महज 75,614 वोट मिले थे। प्रधानमंत्री मोदी और अजय राय को मिले वोटों के बीच 5 लाख से ज्यादा का अंतर था।
प्रियंका को टिकट मिलने की थी चर्चा
पिछले काफी समय से बनारस से प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की चर्चा थी। प्रियंका ने कई ऐसे संकेत दिए थे, जिनसे लग रहा था कि वे प्रधानमंत्री मोदी को टक्कर दे सकती हैं। बताया जा रहा है कि राहुल इस फैसले के खिलाफ थे।
सपा ने उतारा कमजोर उम्मीदवार
बनारस सीट समाजवादी पार्टी के हिस्से में आई है, जिस पर पार्टी ने शालिनी यादव को टिकट दी है। शालिनी केंद्र में मंत्री रह चुके श्यामलाल यादव की पुत्रवधू हैं और हाल ही में सपा में शामिल हुई थीं। उन्होंने बनारस से मेयर का चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें अपनी जमानत राशि बचाने के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ा था। प्रधानमंत्री मोदी के मुकाबले में शालिनी की दावेदारी काफी कमजोर मानी जा रही हैं।