कर्नाटक: एचडी कुमारस्वामी ने भाजपा की पदयात्रा से हाथ खींचा, बोले- विश्वास में नहीं लिया गया
क्या है खबर?
कर्नाटक में भाजपा और जनता दल सेक्युलर (JDS) के गठबंधन में दरार पड़ती दिख रही है। बुधवार को केंद्रीय मंत्री और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भाजपा की पदयात्रा में न शामिल होने की बात कही।
आज तक के मुताबिक, केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार में शामिल कुमारस्वामी ने कहा कि बेंगलुरु से मैसूर तक JDS मजबूत है, तो उन्हें इस पदयात्रा का समर्थन क्यों करना चाहिए, जब भाजपा पार्टी को विश्वास में नहीं लेती है।
टकराव
आगे क्या बोले कुमारस्वामी?
केंद्रीय भारी उद्योग और इस्पात मंत्रालय संभाल रहे कुमारस्वामी ने कहा कि चुनाव के दौरान ऐसी पदयात्रा के मायने होते हैं, लेकिन अभी इसकी क्या जरूरत।
उन्होंने कहा कि वह भाजपा की हरकतों से और JDS के साथ हुए व्यवहार से काफी आहत हैं, उन्होंने पदयात्रा के मुखिया प्रीतम गौड़ा का नाम लेते हुए कहा कि उन्होंने देवगौड़ा परिवार को खत्म करने की कोशिश की थी।
उन्होंने कहा कि क्या भाजपा को नहीं पता हासन कांड के पीछे कौन है?
पदयात्रा
क्या है भाजपा की पदयात्रा?
भाजपा कर्नाटक में मैसूरु शहरी विकास प्राधिकरण (MUDA) की जमीनों को मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की पत्नी को आवंटित करने के मामले को लेकर कांग्रेस पर हमलावर है।
मुद्दे को लेकर पार्टी ने 3 से 10 अगस्त तक बेंगलुरु से मैसूर तक पदयात्रा का फैसला लिया है, जिसमें उसकी सहयोगी JDS को शामिल होना था, लेकिन अब JDS पीछे हट गया।
बता दें, 224 सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा में कांग्रेस ने 135, भाजपा ने 66 और JDS ने 19 सीटें जीती हैं।
जानकारी
लोकसभा में भाजपा और JDS ने साथ लड़ा था चुनाव
लोकसभा चुनाव 2024 में भाजपा और JDS ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठंबधन (NDA) के तहत कर्नाटक की 28 सीटों पर साथ चुनाव लड़ा था। इसमें भाजपा ने 17, कांग्रेस ने 9 और JDS ने 2 सीट जीती थी। गठबंधन के तहत कुमारस्वामी केंद्र में मंत्री हैं।