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कर्नाटक संकट: स्पीकर ने किया स्पष्ट, आज ही होगा बहुमत परीक्षण

कर्नाटक संकट: स्पीकर ने किया स्पष्ट, आज ही होगा बहुमत परीक्षण

Jul 22, 2019
01:32 pm

क्या है खबर?

कई दिनों से जारी सियासी नाटक के बीच कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार ने आज सदन की कार्यवाही शुरू होने पर कहा कि बहुमत परीक्षण आज ही होगा। पहले बहुमत परीक्षण पिछले गुरुवार को होना था, लेकिन विश्वास मत पर बहस के बीच ये टल गया। इसके बाद राज्यपाल की दो डेडलाइन के बाद शुक्रवार को भी विश्वास मत पर वोटिंग नहीं हो सकी। अब स्पीकर ने आज ही पूरे मामले को निपटाने की बात कही है।

कार्यवाही

एक घंटे की देरी से शुरू हुई विधानसभा की कार्यवाही

आज स्पीकर कुमार के सुप्रीम कोर्ट के आदेश को पढ़ने में व्यस्त होने के कारण कर्नाटक विधानसभा की कार्यवाही एक घंटे की देरी से शुरू हुई। सदन में आते ही स्पीकर ने सबसे पहले इस देरी के लिए माफी मांगी। इसके बाद सारी अटकलों को समाप्त करते हुए उन्होंने कहा कि बहुमत परीक्षण आज ही होगा। सुबह भारतीय जनता पार्टी के एक दल ने उनसे मिलते हुए आज ही बहुमत परीक्षण कराने की मांग की थी।

अनुरोध

स्पीकर का आग्रह, विधानसभा की मर्यादा बनाएं रखें

स्पीकर ने कहा, "मुझे आज ही फैसला देना होगा। मुझे देरी हुई क्योंकि मैं सुप्रीम कोर्ट के आदेश की जांच कर रहा था। आज अपने भाषणों में ये सुनिश्चित करें कि विधानसभा की मर्यादा बनी रहे। समय बर्बाद करने की इन युक्तियों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये विधानसभा, स्पीकर और विधायकों की छवि को नुकसान पहुंचाता है।" उन्होंने बागी विधायकों को मंगलवार सुबह 11 बजे उनके कार्यालय में उनसे मुलाकात के लिए तलब किया है।

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हमला

येदियुरप्पा का मुख्यमंत्री कुमारस्वामी पर हमला

विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर भाजपा ने आज ही बहुमत परीक्षण कराने की अपनी मांग को दोहराया। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी पर हमला करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा ने कहा, "कुमारस्वामी कह रहे हैं कि वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर चिपके नहीं रहना चाहते। पिछले 3 दिनों में कर्नाटक के लोगों को ये साफ हो चुका है कि वह किस हद तक मुख्यमंत्री की कुर्सी से चिपका रहना चाहते हैं।"

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गणित

विधायकों के इस्तीफे के बाद अल्पमत में है कर्नाटक सरकार

सत्तारूढ़ कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) के गठबंधन के 16 विधायकों के इस्तीफे का साथ ये पूरा संकट शुरू हुआ है। उनके समर्थन के बिना गठबंधन के समर्थक विधायकों की संख्या घटकर 100 रह गई है, जो बहुमत से कम है। इस संकट के बीच खुद कुमारस्वामी ने विधानसभा में बहुमत साबित करने की बात कही थी। अभी 15 बागी विधायक मुंबई के होटल में ठहरे हुए हैं, जबकि एक बागी गठबंधन को समर्थन देने का ऐलान कर चुका है।

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