किसान आंदोलन पर विवादित टिप्पणी कर घिरीं कंगना रनौत बोलीं- शब्दों के प्रयोग में सावधानी बरतूंगी
बॉलीवुड अभिनेत्री और भाजपा सांसद कंगना रनौत ने किसान आंदोलन पर की गई अपनी विवादित टिप्पणी को लेकर सफाई दी है। इंडिया टुडे के साथ विशेष साक्षात्कार में हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद रनौत ने कहा, "पार्टी नेतृत्व ने मुझे फटकार लगाई, लेकिन मुझे इससे कोई परेशानी नहीं। मुझे नहीं लगता कि मैं पार्टी की अंतिम आवाज हूं। मैं इतनी पागल नहीं कि ऐसा मानूं। मैंने पार्टी की नीति को ठेस पहुंचाई। अब अपने शब्दों को लेकर सावधान रहूंगी।"
क्या कहा था रनौत ने?
रनौत ने पिछले दिनों एक इंटरव्यू में कहा था कि 3 कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के आंदोलन के दौरान लाशें लटकती देखी गईं और बलात्कार हो रहे थे। उन्होंने विरोध-प्रदर्शन जारी रहने के लिए निहित स्वार्थों और विदेशी ताकतों को जिम्मेदार ठहराया था और कहा था कि शीर्ष नेतृत्व मजबूत नहीं रहता तो किसान आंदोलन के दौरान पंजाब बांग्लादेश बन जाता। उनकी इस टिप्पणी पर विपक्ष भाजपा पर हमलावर हो गया था। भाजपा ने बयान से किनारा किया था।
राहुल गांधी पर क्या बोलीं कंगना?
बुधवार को विशेष साक्षात्कार में सांसद रनौत ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को गड़बड़ और कुर्सी का पीछा करने वाला नेता बताया। उन्होंने कहा कि राहुल का अपना कोई रास्ता नहीं, वह गड़बड़ नेता हैं और लगातार रास्ते बदल रहे हैं, राहुल के आचरण और भाषण में भी गड़बड़ी है, उनके नेतृत्व में एकजुट विचार नहीं दिखता। रनौत ने कहा कि संसद में भगवान शिव की तस्वीर दिखाने पर वह सोचती थीं कि राहुल की ड्रग जांच होनी चाहिए।