तमिलनाडु विधानसभा चुनाव: जयललिता की करीबी रहीं शशिकला ने छोड़ी राजनीति
एक समय तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने से चुकीं शशिकला ने राजनीति से संन्यास लेने का ऐलान किया है। चार साल की सजा काटकर हाल ही में जेल से बाहर आईं शशिकला ने बुधवार को राजनीति छोड़ने की घोषणा की। जेल से रिहाई के बाद माना जा रहा था कि वो आगामी विधानसभा में सक्रिय भूमिका निभाएंगी, लेकिन उनके इस ऐलान ने सबको चौंका दिया है। शशिकला दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता की बेहद करीबी थीं।
सत्ता पाना कभी लक्ष्य नहीं रहा- शशिकला
राजनीति छोड़ने का ऐलान करते हुए वीके शशिकला की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि वह सार्वजनिक छोड़ रही हैं। उन्होंने ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (AIADMK) के कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर विधानसभा चुनावों में DMK को हराने के लिए काम करने को कहा है। शशिकला की तरफ से कहा गया है कि सत्ता पाना कभी उनका लक्ष्य नहीं रहा था। हालांकि, उनका यह कदम चुनावों में किसी बड़े उलटफेर का कारण बन सकता है।
भ्रष्टाचार के मामले में हुई थी शशिकला को सजा
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ AIDMK से निष्कासित की गईं शशिकला ने कहा, "मैं कभी सत्ता के पीछे नहीं भागी। जब जयललिता जिंदा थी तब भी और अब जब वो नहीं है तब भी। मैं राजनीति छोड़ रही हूं, लेकिन पार्टी की जीत की कामना करती हूं।" बता दें कि भ्रष्टाचार के मामले में शशिकला को चार साल की सजा हुई थी। इसी कारण वो तमिलनाडु की मुख्यमंत्री बनने से चूक गई थीं।
ऐसे बदली शशिकला की किस्मत
दिसंबर, 2016 में जयललिता के निधन के बाद शशिकला को AIADMK का प्रमुख बनाया गया था। इसी बीच उनको भ्रष्टाचार के मामलों में चार साल की सजा सुना दी गई। जेल जाने से पहले शशिकला ने ईके पलानीस्वामी को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना था। बाद में पलानीस्वामी ने ओ पनीरसेल्वम के साथ हाथ मिलाकर शशिकला को उनके पद से हटा दिया और पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। पनीरसेल्वम फिलहाल तमिलनाडु के उप मुख्यमंत्री हैं।
रिहाई के बाद शशिकला ने किया था पद पर दावा
शशिकला को फरवरी, 2017 में दोषी ठहराया गया था। चार साल की सजा पूरी करने और 10 करोड़ रुपये जुर्माना भरने के बाद शशिकला 27 जनवरी, 2021 को जेल से रिहा हो गई थीं। रिहाई के बाद उन्होंने चेन्नई की एक अदालत में मुख्यमंत्री पलानीस्वामी और पनीरसेल्वम के खिलाफ याचिका दायर कर AIADMK पद पर दावा किया था। अब सबको चौंकाते हुए उन्होंने राजनीति और सार्वजनिक जीवन से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया।
तमिलनाडु में कब होंगे चुनाव?
234 विधानसभा सीटों वाले तमिलनाडु में 6 अप्रैल को एक चरण में विधानसभा चुनाव होंगे और 2 मई को नतीजों का ऐलान किया जाएगा। तमिलनाडु विधानसभा का कार्यकाल 24 मई को समाप्त हो रहा है।