जम्मू-कश्मीर: PDP विधायक ने पेश किया अनुच्छेद 370 हटाने के खिलाफ प्रस्ताव, उमर अब्दुल्ला का विरोध
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा सत्र शुरू होने के पहले दिन अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में और विशेष दर्जे की मांग को लेकर सदन में खूब हंगामा हुआ। दरअसल, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के विधायक वहीद उर रहमान ने अनुच्छेद 370 हटाने के विरोध में प्रस्ताव पेश किया था, जिसके बाद हंगामा शुरू हो गया। इस दौरान मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सदन को संबोधित करते हुए कहा कि आज लाए गए प्रस्ताव का कोई महत्व नहीं है।
उमर अब्दुल्ला का क्या है पूरा बयान?
उमर अब्दुल्ला ने कहा, "हमें मालूम था कि एक सदस्य की ओर से इस तरह की तैयारी की जा रही थी, लेकिन हमें उम्मीद थी कि स्पीकर के चुनाव, उपराज्यपाल के संबोधन छोड़कर और कुछ शोक संवेदनाओं के बाद हम अपना ये सिलसिला शुरू करते, लेकिन हम चुनाव के बाद मुबारकबाद देने के बजाय इस पर (अनुच्छेद 370 का मुद्दा) बढ़ रहे हैं। मैं आज सियासी बहस नहीं करना चाहता था। इसलिए मैंने शुरू में कोई सियासी बात नहीं की।"
आगे क्या बोले अब्दुल्ला?
अब्दुल्ला ने आगे कहा, "ये विधानसभा जम्मू-कश्मीर के लोगों के जज्बात को प्रदर्शित करती है। जम्मू-कश्मीर के लोगों ने 5 अगस्त 2019 के फैसले पर अपनी मुहर नहीं लगाई है। अगर लगाया होता तो आज नतीजे कुछ अलग होते। आज सरकार उनकी है, जिन्होंने उस फैसले का विरोध किया था। सदन इस मुद्दे पर कैसे विचार करेगा और चर्चा करेगा, यह कोई एक सदस्य तय नहीं करेगा। आज के प्रस्ताव का कोई महत्व नहीं। यह सिर्फ कैमरे के लिए है।"