
क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी टि्वटर प्रोफाइल से हटाया भाजपा का नाम? जानिए सच
क्या है खबर?
कांग्रेस से अपने 18 साल पुराने संबंधों को तोड़कर मार्च में भाजपा का दामन थामते हुए मध्य प्रदेश की सत्ता का तख्ता पलट करने वाले दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को अपनी अपनी टि्वटर प्रोफाइल में बदलाव किए जाने की खबरों को खारिज कर दिया है।
उनको लेकर अफवाह चल रही थी कि उन्होंने अपनी प्रोफाइल के बायो से भाजपा को हटाकर जनसेवक कर दिया है, लेकिन अब उन्होंने रिट्वीट कर इन खबरों को अफवाह मात्र करार दिया है।
अफवाल
प्रोफाइल से भाजपा को हटाने की चल रही थी अफवाह
सिंधिया की टि्वटर प्रोफाइल को लेकर अफवाह चल रही थी कि उन्होंने अपने बायो में से भाजपा को हटा दिया है और उसकी जगह जन सेवक और क्रिकेट प्रेमी कर दिया है। इसके बाद से लोग भी कई तरह के कयास लगाने में जुट गए थे।
हालांकि, कुछ सिंधिया समर्थकों ने कहा भी था कि उन्होंने अपनी प्रोफाइल में कभी भाजपा का उल्लेख ही नहीं किया था, लेकिन यह अफवाह तेजी से फैलना शुरू हो गई थी।
खारिज
सिंधिया ने अफवाहों को बताया बकवास
इस मामले में सिंधिया ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए अटकलों पर विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी अपनी प्रोफाइल में भाजपा को शामिल नहीं किया था। ऐसे में हटाए जाने की तो बात ही नहीं उठती है।
उन्होंने कहा भाजपा के साथ कुछ भी गलत नहीं है। लगाए जा रहे सभी कयास पूरी तरह से बकवास हैं।
उन्होंने इस मामले में रिट्वीट करते हुए भी प्रोफाइल में कभी भाजपा नहीं लिखने की बात कही है।
अटकलें
सिंधिया को लेकर लगाई जा रही थी यह अटकलें
सिंधिया के मार्च में भाजपा का दामन थामने के बाद उनके समर्थकों को शिवराज मंत्रिमंडल में शामिल करने और उन्हें केंद्र में कैबिनेट मंत्री बनाए जाने की चर्चा थी।
हालांकि, खबरें आ रही हैं कि उनके समर्थक पूर्व विधायकों को उपचुनाव का टिकट देने में भाजपा आनाकानी कर रही है। इसलिए सिंधिया ने ये कदम उठाया है।
बता दें कि शिवराज कैबिनेट के विस्तार को लेकर कई बार तारीखों का ऐलान हो चुका हैं, लेकिन विस्तार नहीं हो पाया है।
कांग्रेस
नवबंर 2019 में टि्वटर प्रोफाइल से हटाया था कांग्रेस
बता दें कि नवबंर 2019 के आखरी सप्ताह में सिंधिया ने ट्विटर प्रोफाइल से 'कांग्रेस' को हटा दिया था।
उससे पहले उकनी प्रोफाइल पर कांग्रेस महासचिव, गुना लोकसभा सीट से सांसद (2002-2019) और पूर्व केन्द्रीय मंत्री लिखा था।
इसके बाद उनकी भाजपा में शामिल होने की खबरे आने लगी थी। बाद में 11 मार्च को उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया और उसके बाद उनके 22 विधायक भी भाजपा में शामिल हो गए थे।