कांग्रेस शासित राजस्थान में जिला परिषद और पंचायत समिति चुनाव में भाजपा की जीत
क्या है खबर?
राजस्थान के पंचायत समिति और जिला परिषद के चुनाव में सत्ताधारी पार्टी की जीत का चला आ रहा मिथक इस बार टूट गया।
राज्य के 21 जिलों में हुए जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों की चुनाव में भाजपा ने बड़ी जीत हासिल की है।
भाजपा की जीत ने कांग्रेस पार्टी के प्रति ग्रामीण क्षेत्रों की जनता के रुझान की सच्चाई उजागर कर दी। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं के विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा है।
परिणाम
यह रहा है अंतिम परिणाम
आयोग द्वारा जारी परिणामों के अनुसार 21 जिलों में 636 जिला परिषद के सदस्यों में 353 पर भाजपा और 252 पर कांग्रेस के सदस्यों ने जीत हासिल की है।
इसी तरह पंचायत समिति की 4,371 सीटों में से कांग्रेस ने 1,799 और भाजपा ने 1,932 सीटें अपने नाम की है।
इसी तरह 21 जिला प्रमुखों के लिए चुनाव में 14 पर भाजपा और पांच पर कांग्रेस को जीत मिली है, जबकि एक पर भारतीय ट्राइबल पार्टी ने कब्जा जमाया है।
जानकारी
439 सीटों पर निर्दलीयों ने हासिल की जीत
पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव परिणाम के अनुसान हनुमान बेनीवाल की पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी ने 60, मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी ने 26, बसपा ने पांच सीटों पर जीत हासिल की है। इसी तरह 439 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत का परचम लहराया है।
जिले
इन जिलों में मिली भाजपा को जीत
21 जिलों में हुए चुनाव में भाजपा को पाली, सीकर, चूरू, झुंझुनू, बूंदी, अजमेर, नागौर, टोंक, उदयपुर, भीलवाड़ा, झालावाड़, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और जालौर जिलों में जीत मिली है।
इसी तरह कांग्रेस को हनुमानगढ़, जैसलमेर, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और बीकानेर जिलों में जीत मिली है।
हनुमान बेनीवाल का गढ़ माने जाने वाले नागौर में भाजपा को 20 और कांग्रेस को 18 सीटें मिली है। चौंकाने वाली बात यह है कि यहां पर हनुमान बेनीवाल की पार्टी को केवल नौ सीटें मिली है।
झटका
कांग्रेस ने इन दिग्गजों को लगा बड़ा झटका
चुनावों में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को बड़ा झटका लगा है। प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने निर्वाचन क्षेत्र लक्ष्मणगढ़ में कांग्रेस 25 में से केवल 11 सीट जीत पाई है। यहां भाजपा ने 13 और एक निर्दलीय ने जीत हासिल की है।
निम्बाहेड़ा में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना भी 17 में से तीन सीट ही जीता पाए। यहां भाजपा ने 14 सीटों पर कब्जा जमाया।
खेलमंत्री अशोक चांदना के क्षेत्र में कांग्रेस 23 में से 10 सीट जीत पाई है।
अन्य नेता
इन नेताओं के क्षेत्र में भी मिली हार
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के अजमेर में 11 पंचायत समितियों में नौ पर भाजपा और दो पर कांग्रेस को जीत मिली है।
इसके अलावा पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के निर्वाचन क्षेत्र टोंक में 19 सीटों में से भाजपा को नौ और कांग्रेस को सात सीटें मिली है। तीन सीटों पर निर्दलीयों ने कब्जा जमाया है।
यही हाल कांग्रेस के अन्य नेताओं के निर्वाचन क्षेत्र में रहा है। इस परिणाम ने कांग्रेस आलाकमान को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
चरण
राजस्थान में चार चरणों में हुए थे चुनाव
बता दें कि राजस्थान में चार चरणों में पंचायत चुनाव आयोजित कराए गए थे। पहले चरण का मतदान 23 नवंबर, दूसरे चरण का 27 नवंबर, तीसरे चरण का 1 दिसंबर और चौथे चरण का 5 दिसंबर को हुआ था।
राज्य चुनाव आयोग के अनुसार 636 जिला परिषद पदों के लिए 1,778 उम्मीदवार और 4,371 पंचायत समिति पदों के लिए 12,663 उम्मीदवार मैदान में थे। पंचायत प्रधान का चुनाव 10 दिसंबर और उप प्रधान का 11 दिसंबर को होगा।
जानकारी
कांग्रेस को मान लेनी चाहिए हार- भाजपा
पंचायत चुनाव परिणाम से गदगद भाजपा ने कांग्रेस पर हमला किया है। भाजपा ने कहा है कि कांंग्रेस नेता अपनी हार मानें। भाजपा नेता और विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौर ने कहा कि कांंग्रेस को परिणामों के बाद हार स्वीकार कर लेनी चाहिए।
प्रतिक्रिया
वसुंधरा ने विजेताओं को दी बधाई
परिणाम आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर विजेताओं को बधाई दी।
उन्होंने लिखा, 'भाजपा के सभी मेहनती उम्मीदवारों और कार्यकर्ताओं को हार्दिक बधाई, जिन्होंने जिला परिषद और पंचायती समिति चुनाव जीते। राज्य की जनता को हार्दिक धन्यवाद, जिन्होंने कांग्रेस सरकार के झूठे दावों को नकारते हुए भाजपा में अपना विश्वास दोहराया है।'
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने दावा किया कि भ्रष्ट गहलोत सरकार के दिन लद गए थे।
मुहर
पंयायत चुनाव में भाजपा की जीत ने कृषि कानूनों पर लगाई मुहर- जावडेकर
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि राजस्थान में पंचायत चुनाव में भाजपा को जीत हासिल हुई है। राज्य के 2.5 करोड़ मतदाताओं में से अधिकतर किसान हैं, इसलिए राजस्थान में किसान ने कृषि कानूनों पर मुहर लगा दी है।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा का राजस्थान में पंचायत, जिला परिषद चुनाव में जीत दर्ज करना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर गरीबों, किसानों, मजदूरों का भरोसा दर्शाता है।
जानकारी
सीकर में विजय जुलूस में हुई झड़प में युवक की मौत
चुनाव परिणाम आने के बाद सीकर के फतेहपुर सदर थाना क्षेत्र में निकाले गए जुलूस के दौरान दो पक्षों में खूनी संघर्ष हो गया। इसमें एक युवक की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए। मौके पर पर भारी पुलिस बल तैनात है।