राष्ट्रपति चुनाव: किन-किन राज्यों में विपक्षी विधायकों ने मुर्मू के समर्थन में क्रॉस-वोटिंग की?
क्या है खबर?
राष्ट्रपति चुनाव के पूर्ण नतीजे आ गए हैं और इनमें सत्तारूढ़ राष्ट्रीय लोकतांत्रिक गठबंधन (NDA) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को तय अनुमानों से अधिक वोट मिले हैं।
ऐसा क्रॉस-वोटिंग के कारण हुआ और विपक्षी पार्टियों के कई विधायकों और सांसदों ने मुर्मू के समर्थन में क्रॉस-वोटिंग की।
चुनाव में मुर्मू को कुल 64 प्रतिशत वोट मिले, वहीं विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को मात्र 36 प्रतिशत वोटों से संतुष्ट करना पड़ा।
क्रॉस-वोटिंग
17 सांसदों और लगभग 125 विधायकों ने की क्रॉस-वोटिंग
NDTV के सूत्रों के अनुसार, चुनाव में विपक्षी पार्टियों के लगभग 125 विधायकों और 17 सांसदों ने द्रौपदी मुर्मू के समर्थन में वोटिंग की।
जिन राज्यों के विधायकों और सांसदों ने मुर्मू के समर्थन में क्रॉस-वोटिंग की, उनमें मध्य प्रदेश, असम, महाराष्ट्र, केरल, पश्चिम बंगाल और सिक्किम शामिल हैं।
इसके अलावा बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा और गुजरात के कुछ विपक्षी विधायकों के भी क्रॉस-वोटिंग करने की संभावना जताई जा रही है।
असम
असम में 25 विपक्षी विधायकों ने दिया मुर्मू को वोट
असम में विपक्ष के 25 विधायकों के मुर्मू के समर्थन में वोट दिया। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा के अनुसार, राज्य में NDA के विधायकों की संख्या 79 है, जबकि मुर्मू के समर्थन में 104 वोट पड़े।
सरमा ने मुर्मू को वोट देने वाले सभी विपक्षी विधायकों का शुक्रिया अदा किया है, वहीं मुख्य विपक्षी पार्टियों, कांग्रेस और ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक फ्रंट (AIUDF), ने एक-दूसरे के विधायकों पर क्रॉस-वोटिंग का आरोप लगाया है।
मध्य प्रदेश
मध्य प्रदेश में कम से कम 16 विधायकों ने की क्रॉस-वोटिंग
असम की तरह भाजपा शासित मध्य प्रदेश में भी 16 विपक्षी विधायकों ने मुर्मू के समर्थन में वोट डाला। मुर्मू को 146 वोट मिले, वहीं यशवंत सिन्हा को मात्र 79 वोटों से संतोष करना पड़ा जबकि मुख्यमंत्री विपक्षी पार्टी कांग्रेस के ही 95 विधायक हैं।
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक वीडियो संदेश में अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनकर मुर्मू को वोट डालने वाले विपक्षी विधायकों का शुक्रिया अदा किया है।
तृणमूल कांग्रेस
मुर्मू ने ममता बनर्जी के किले में भी लगाई सेंध
मुर्मू भाजपा की कट्टर विरोधी ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस (TMC) के किले में भी सेंध लगाने में कामयाब रही हैं।
बंगाल में भाजपा के 69 विधायक हैं, लेकिन मुर्मू को यहां 71 वोट मिले। भाजपा ने बंगाल के एक TMC विधायक और दो सांसदों के मुर्मू को वोट देने का दावा किया है।
मेघालय में भी TMC के कुछ विधायकों ने मुर्मू के समर्थन में क्रॉस-वोटिंग की।
दिलचस्प बात ये है कि यशवंत सिन्हा TMC में रहे थे।
केरल
केरल से भी मुर्मू को मिला एक वोट
मुर्मू को सबसे अप्रत्याशित वोट केरल से मिला है। यहां भाजपा या उसके सहयोगियों का एक भी विधायक नहीं है और सारे विधायक सत्तारूढ़ वामपंथी गठबंधन और कांग्रेस गठबंधन के हैं। दोनों ने चुनाव में सिन्हा को समर्थन देने का ऐलान किया था।
इसके बावजूद मुर्मू को यहां से एक वोट मिला। भाजपा इ्स एक वोट से बेहद खुश है और इसे बाकी 139 विधायकों के वोट से अधिक मूल्यवान बताया है।
अन्य राज्य
अन्य राज्यों की क्या स्थिति रही?
महाराष्ट्र में मुर्मू को 164 NDA विधायकों के मुकाबले 181 वोट मिले। इसका मतलब विपक्ष के 17 विधायकों ने मुर्मू को वोट दिया।
मणिपुर में भी कांग्रेस के लगभग सभी विधायकों ने मुर्मू के समर्थन में क्रॉस-वोटिंग की।
इसी तरह बिहार और छत्तीसगढ़ में छह-छह, गोवा में चार और गुजरात में 10 विपक्षी विधायकों ने क्रॉस-वोटिंग करके हुए मुर्मू का समर्थन किया।
यशवंत सिन्हा को अपने गृह राज्य झारखंड तक में 81 में से मात्र नौ विधायकों का वोट मिला।