हरियाणा: INLD की रैली में एकजुट हुए विपक्ष के कई नेता, भाजपा को दी चुनौती
हरियाणा के फतेहाबाद में रविवार को पूर्व उपप्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 129वीं जयंती के मौके पर इंडियन नेशनल लोक दल (INLD) की रैली में विपक्ष की एकजुटता नजर आई। इसमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव और नेशनल कॉन्फ्रेंस (NC) प्रमुख फारूक अब्दुल्ला सहित कई दलों के नेता शामिल हुए। इसमें नेताओं ने विपक्ष की एकजुटता पर जोर देते हुए भाजपा को सीधी चुनौती दी।
विपक्ष की एकजुटता से हारेगी भाजपा- नीतीश कुमार
रैली में नीतीश कुमार ने कहा, "हिंदू और मुसलमानों के बीच कोई लड़ाई नहीं है, वह (भाजपा) अशांति पैदा करना चाहती है। मैं कांग्रेस समेत सभी दलों से एकजुट होने की अपील करता हूं, क्योंकि तभी 2024 चुनाव में भाजपा बुरी तरह हारेगी।" उन्होंने आगे कहा, "अब हम सबको व्यक्तिगत लाभ की बात को पीछे छोड़कर साथ चलना होगा। अब तीसरा मोर्चा नहीं बल्कि महागठबंधन होगा और उसी के दम पर 2024 चुनाव में भाजपा को टक्कर दी जाएगी।"
तेजस्वी ने भाजपा पर लगाया झूठे वादे करने का आरोप
तेजस्वी यादव ने भाजपा पर झूठे दावे करने का आरोप लगाते हुए उसे "बड़का झूठा पार्टी" करार दिया। उन्होंने कहा, "आज देश की जो स्थिति बनी हुई है वो किसी से छुपी नहीं है। भाजपा के नेता चाहते हैं कि इस देश का सब कुछ समाप्त हो जाए, केवल भाजपा, संघ और उनके कुछ साथी रह जाए।" उन्होंने कहा, "अब NDA नहीं बचा है। बीजेपी के सहयोगी दलों ने भी उसका साथ छोड़ दिया है। इसमें JDU आपके सामने है।"
सरकार परिवर्तन की दिशा में काम करने का समय- पवार
NCP प्रमुख शरद पवार ने कहा कि सरकार ने लंबे समय तक किसानों की मांगों पर ध्यान नहीं दिया। सरकार ने किसान नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने का वादा किया था, लेकिन इसे पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि 2024 में सरकार परिवर्तन सुनिश्चित करने की दिशा में सभी के लिए काम करने का समय आ गया है। किसान और युवा आत्महत्या करने को मजबूर हैं, लेकिन इसका अब तक कोई समाधान नहीं निकाला गया है।
दिल्ली सल्तनत को चुनौती देने आए हैं नीतीश कुमार- त्यागी
JDU नेता केसी त्यागी ने कहा, "बिहार के मुख्यमंत्री उस समय पटना से दिल्ली सल्तनत को चुनौती देने आए हैं जब कांग्रेस के आठ पूर्व मुख्यमंत्री भाजपा में शामिल हो गए हैं। नीतीश को केंद्रीय एजेंसियों का डर नहीं है।" उन्होंने कहा, "देवीलाल के नेतृत्व में मुलायम सिंह, शरद पवार, नीतीश कुमार और हमने काम किया है। अगर भाजपा को हराना है तो 2024 में कांग्रेस, TMC, KCR सहित सभी विपक्षी दलों को एक होना पड़ेगा। अब पहला मोर्चा बनेगा।"
इन नेताओं ने भी दिया विपक्ष की एकजुटता पर जोर
इस दौरान INLD प्रमुख ओम प्रकाश चौटाला, मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (MCP) नेता सीताराम येचुरी, शिरोमणि अकाली दल (SAD) प्रमुख सुखबीर सिंह बादल, फारूक अब्दुल्ला, द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) नेता एमके कनिमोझी सहित अन्य नेताओं ने भी भाजपा से मुकाबले के लिए विपक्ष की एकजुटता पर जोर दिया। इन नेताओं ने कहा कि विपक्षी दलों को सभी मतभेद भुलाकर भाजपा के खिलाफ एकजुट होना होगा और अपने मुद्दों को निर्धारित कर उनके हिसाब से आगे बढ़ना होगा।
कल सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे नेता
केसी त्यागी ने कहा कि नीतीश कुमार की एकता योजना में कांग्रेस, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सभी नेता और उनकी पार्टियां शामिल हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव इस बैठक के बाद सोमवार को दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे। कार्यक्रम लगभग तय हो चुका है और अगर कोई अनहोनी नहीं हुई तो यह बैठक जरूर होगी।
विपक्ष को एकजुट करने में लगे हुए हैं नीतीश कुमार
बता दें कि भाजपा से गठबंधन तोड़ने के बाद नीतीश कुमार 2024 लोकसभा चुनाव के लिए विपक्ष को एकजुट करने की कोशिशों में जुटे हुए हैं। वह सभी विपक्षी दलों के साथ बैठक की योजना बना रहे हैं। इतना ही नहीं उन्होंने गत दिनों एक सभा में बोलते हुए वादा किया था कि अगर आगामी लोकसभा चुनाव के बाद देश में गैर-भाजपा विपक्षी पार्टियों की सरकार बनती है तो सभी पिछड़े राज्यों को विशेष दर्जा दिया जाएगा।