सुप्रीम कोर्ट पहुंचे कुमारस्वामी
कर्नाटक में राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को दी गई शाम 6 बजे की दूसरी डेडलाइन भी खत्म हो गई है। दोपहर 01:30 बजे तक बहुमत परीक्षण की पहली डेडलाइन खत्म होने के बाद राज्यपाल ने कुमारस्वामी को पत्र लिखकर ये दूसरी डेडलाइन दी थी। दूसरी डेडलाइन मिलने के बाद कुमारस्वामी ने स्पीकर से राज्यपाल से उनकी रक्षा करने को कहा था। इस बीच कुमारस्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में भी राज्यपाल की डेडलाइन को चुनौती दी है।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे कुमारस्वामी
कर्नाटक में राज्यपाल वजुभाई वाला द्वारा मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी को दी गई शाम 6 बजे की दूसरी डेडलाइन भी खत्म हो गई है। दोपहर 01:30 बजे तक बहुमत परीक्षण की पहली डेडलाइन खत्म होने के बाद राज्यपाल ने कुमारस्वामी को पत्र लिखकर ये दूसरी डेडलाइन दी थी। दूसरी डेडलाइन मिलने के बाद कुमारस्वामी ने स्पीकर से राज्यपाल से उनकी रक्षा करने को कहा था। इस बीच कुमारस्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में भी राज्यपाल की डेडलाइन को चुनौती दी है।
"राज्यपाल के दूसरे प्रेम पत्र से हुआ आहत"
राज्यपाल से दूसरी डेडलाइन मिलने के बाद मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने स्पीकर केआर रमेश कुमार से कहा, "मेरे मन में राज्यपाल के प्रति सम्मान है। लेकिन राज्यपाल के दूसरे प्रेम पत्र से मैं आहत हुआ हूं। उन्हें खरीद-फरोख्त की कोशिशों के बारे में 10 दिन पहले ही पता चला? मैं बहुमत परीक्षण का फैसला आप पर छोड़ता हूं। ये निर्देश दिल्ली से नहीं आएगा। मैं आपसे राज्यपाल के पत्र से मेरी रक्षा करने का अनुरोध करता हूं।"
सुप्रीम कोर्ट में भी राज्यपाल के खिलाफ अपील
कुमारस्वामी ने डेडलाइन देने के लिए राज्यपाल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में भी अपील की और कहा कि राज्यपाल स्पीकर को सदन की कार्यवाही के बारे में हुक्म नहीं दे सकते हैं। इसमें उन्होंने कहा है, "जब विश्वास मत पहले ही पेश हो चुका था, तब विश्वास मत पर राज्यपाल ऐसा कोई निर्देश नहीं दे सकते।" उन्होंने कोर्ट से बागी विधायकों को विधानसभा में पेश होने से छूट देने के उसके फैसले को स्पष्ट करने का अनुरोध भी किया है।
सदन में लगे 'गवर्नर गो बैक' के नारे
कांग्रेस और जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन के अन्य नेताओं ने भी सदन में कार्यवाही में दखलअंजादी के राज्यपाल के अधिकार पर सवाल खड़े किए। सरकार में मंत्री कृष्णा बैरेगौड़ा ने कहा, "विश्वास मत विधानसभा का अधिकार क्षेत्र है। सदन की कार्यवाही कैसे होगी, राज्यपाल इसका हुक्म नहीं दे सकता।" इस बीच गठबंधन के विधायकों ने सदन में 'गवर्नर गो बैक' के नारे भी लगाए। राज्यपाल ने परिस्थिति के बारे में गृह सचिव को अंतरिम रिपोर्ट भेजी थी।
स्पीकर ने कहा, बहस पूरी होने तक नहीं होगी वोटिंग
वहीं पूरे दिन विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी लगातार बहुमत परीक्षण कराए जाने की मांग करते रहे। इस पर स्पीकर रमेश कुमार ने कहा, "जब तक बहस पूरी नहीं हो जाती, विपक्ष वोटिंग की मांग नहीं कर सकता।" उन्होंने कहा कि राज्यपाल के आदेश का पालन करना है या नहीं, इसका फैसला मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को करना है क्योंकि पत्र उन्हीं को भेजा गया है। उन्होंने कहा कि वह किसी दवाब में काम नहीं करेंगे।
सिद्धारमैया का बयान, आज नहीं होगा बहुमत परीक्षण
सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने विश्वास मत पर आज वोटिंग की संभावना को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "अभी तक बहस पूरी नहीं हुई है और अभी 20 सदस्यों का हिस्सा लेना बाकी है। मुझे नहीं लगता कि ये आज खत्म होगा और ये सोमवार को जारी रहेगा।" इससे संकेत मिलते हैं कि गठबंधन की कोशिश आज बहुमत परीक्षण रोकने की है, ताकि उसे सोमवार तक 2 दिन का अतिरिक्त समय मिल जाए।
कुमारस्वामी ने कहा, लोकतंत्र तबाह कर रही है भाजपा
इससे पहले आज विश्वास मत पर बहस शुरू करते हुए कुमारस्वामी ने भाजपा पर कर्नाटक सरकार का तख्तापलट करने की कोशिश करने का आरोप लगाया और कहा कि भाजपा लोकतंत्र को तबाह कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के पद पर बने रहना उनके लिए अहम नहीं है। भाजपा पर हमला करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं देखूंगा कि सरकार में आने के लिए इतना सब कुछ करने के बाद भाजपा कितने दिन तक सरकार में रहती है।"