केंद्रीय मंत्री नारायण राणे बरी, कही थी उद्धव ठाकरे को 'तमाचा' मारने की बात
केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता नारायण राणे को महाराष्ट्र के रायगढ़ की एक अदालत ने उद्धव ठाकरे पर दिए विवादित बयान से जुड़े मामले में बरी कर दिया है। मामला साल 2021 का है जब एक कार्यक्रम में राणे ने उद्धव को तमाचा मारने की बात कही थी। इस बयान के बाद राणे के खिलाफ रायगढ़ के महाड में केस दर्ज किया गया था और उन्हें रत्नागिरी जिले से गिरफ्तार भी किया गया था।
राणे ने क्या कहा था?
राणे ने कोंकण में आशीर्वाद यात्रा के दौरान पत्रकार वार्ता में कहा था, "यह शर्मनाक है कि उद्धव को स्वतंत्रता प्राप्ति के वर्ष के बारे में नहीं पता है। वह अपने भाषण के दौरान यह पूछने के लिए पीछे मुड़ गए कि आजादी को कितने वर्ष हो गए हैं। अगर मैं वहां होता तो उद्धव को जोरदार तमाचा मार देता।" राणे ने दावा किया था कि उद्धव यह भूल गए थे कि भारत को आजादी किस साल मिली।
राणे के खिलाफ दर्ज हुए थे 4 मामले
राणे के इस बयान का शिवसेना नेताओं ने सख्त विरोध किया था। इस टिप्पणी के लिए राणे के खिलाफ रायगढ़ जिले के महाड में 2021 में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 189 (लोक सेवक को चोट पहुंचाने की धमकी), 504 (सार्वजनिक शांति भंग करने के लिए अपमान) और 505 (सार्वजनिक शांति भंग करने वाला बयान) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी। उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था, हालांकि गिरफ्तारी के बाद उन्हें जमानत भी मिल गई थी।
अदालत में राणे के वकील ने दी ये दलील
राणे के वकील ने कहा कि उन्होंने ऐसा कोई बयान नहीं दिया, जो धर्म, नस्ल, जन्म स्थान, निवास, भाषा, जाति या समुदाय या किसी भी आधार पर विभिन्न समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा दे रहा हो। उन्होंने कहा कि मामला राजनीति से प्रेरित है। इसके बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (रायगढ़-अलीबाग) एस डब्ल्यू उगाले ने राणे को बरी कर दिया। कोर्ट ने इस मामले में राणे द्वारा दाखिल जमानती मुचलके भी रद्द कर दिए हैं।
कौन हैं नारायण राणे?
10 अप्रैल ,1952 को महाराष्ट्र में जन्मे राणे फिलहाल सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्री हैं। राणे ने अपनी राजनीतिक सफर की शुरुआत शिवसेना से की थी। पार्षद से सफर शुरू कर राणे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे। 2005 में उद्धव ठाकरे से मतभेद के बाद राणे ने शिवसेना छोड़ दी और कांग्रेस में शामिल हो गए। इसके कुछ दिनों बाद उन्होंने अपनी 'महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी' बनाई और बाद में इसका विलय भाजपा में कर दिया।