LOADING...
पवन खेड़ा ने IAS नवनीत सहगल को भ्रष्टाचार का सरगना बताया, कहा- अब PMO आ रहे
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने नवनीत सहगल पर बड़ा आरोप लगाया

पवन खेड़ा ने IAS नवनीत सहगल को भ्रष्टाचार का सरगना बताया, कहा- अब PMO आ रहे

लेखन गजेंद्र
Dec 26, 2025
06:49 pm

क्या है खबर?

कांग्रेस नेता और संचार विभाग के चेयरमैन पवन खेड़ा ने शुक्रवार को प्रसार भारती के पूर्व चेयरमैन और वरिष्ठ IAS अधिकारी नवनीत सहगल पर बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने न्यूजलॉन्ड्री वेबसाइट में छपी एक खबर का हवाला देते हुए सहगल को उत्तर प्रदेश में भ्रष्टाचार का सरगना बताया और कहा कि उन्हें अब प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) लाने की तैयारी चल रही है। उन्होंने कहा कि आयकर विभाग की रिपोर्ट में सहगल को एक घोटाले का सबसे बड़ा लाभार्थी बताया गया है।

विवाद

वेबसाइट ने आयकर रिपोर्ट के हवाले से सहगल पर किया खुलासा

खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि न्यूजलॉन्ड्री ने आयकर विभाग की एक 254 पेज की गोपनीय रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें सहगल को रिश्वत नेटवर्क का सबसे बड़ा लाभार्थी बताया गया है। सहगल पर आरोप है कि 2019-20 और 2021-22 के बीच उत्तर प्रदेश सरकार की तमाम योजनाओं से 112 करोड़ रुपये पब्लिक फंड का गबन किया है। गबन इंस्टीट्यूट ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट (IED) और यूपी इंडस्ट्रियल कंसल्टेंट्स लिमिटेड (UPICON) से हुआ है, जिसके सहगल चेयरमैन थे।

आरोप

सहगल परिवार ने खरीदी 17.59 करोड़ रुपये की संपत्ति

खेड़ा ने बताया कि रिपोर्ट में IED से 65 करोड़ और UPICON से 46 करोड़ रुपये के गबन का आरोप है, जो अधिकारियों और बिचौलियों में बांटा गया। रिपोर्ट के मुताबिक, सहगल को कथित तौर पर 3 सालों में ट्रेनिंग-टूलकिट से जुड़े कॉन्ट्रैक्ट से 24-26 करोड़ रुपये की रिश्वत मिली। गबन का पैसा नकद में अलग-अलग जगह अलग-अलग लोगों ने इकट्ठा किया। रिपोर्ट में सहगल परिवार द्वारा 2018-2020 के बीच 17.59 करोड़ की प्रॉपर्टी खरीदने की बात भी आई है।

Advertisement

आरोप

आरोपों की जांच के बीच प्रसार भारत का चेयरमैन बनाने पर सवाल

रिपोर्ट के मुताबिक, दिसंबर 2022 में, आयकर विभाग ने भ्रष्टाचार निवारण एक्ट, 1988 के तहत कार्रवाई के लिए रिपोर्ट उत्तर प्रदेश सरकार और लोकायुक्त के साथ साझा की थी। औपचारिक बातचीत में खुलासे को टैक्स उल्लंघन से परे संगठित भ्रष्टाचार का संकेत बताया गया। हालांकि, लोकायुक्त ने कहा कि उनको रिपोर्ट नहीं मिली। खेड़ा ने सवाल उठाया कि गंभीर आरोपों के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई और सहगल को चेयरमैन बना दिया। हालांकि, 2 दिसंबर को उन्होंने अचानक इस्तीफा दे दिया।

Advertisement

ट्विटर पोस्ट

पवन खेड़ा की प्रेस कॉन्फ्रेंस

Advertisement