कांग्रेस नेता बोले- द्रौपदी मुर्मू जैसा राष्ट्रपति किसी को न मिले; महिला आयोग ने थमाया नोटिस
क्या है खबर?
कांग्रेस नेता उदित राज की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर दिए गए विवादित बयान को लेकर हंगामा खड़ा हो गया है।
मामले में जहां भाजपा नेता उनके बयान की निंदा कर रहे हैं, वहीं राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने उन्हें नोटिस भेजकर जवाब मांगा है और सार्वजनिक रूप से माफी मांगने को कहा है।
हालांकि, उदित रात ने अपने बयान को व्यक्तिगत बताते हुए कहा था कि उनके इस बयान से कांग्रेस पार्टी का कोई संबंध नहीं है।
बयान
उदित रात ने क्या दिया था बयान?
उदित राज ने बुधवार को ट्वीट किया था, 'द्रौपदी मुर्मू जी जैसा राष्ट्रपति किसी देश को न मिले। चमचागिरी की भी हद्द है। कहती हैं 70 प्रतिशत लोग गुजरात का नमक खाते हैं। खुद नमक खाकर जिंदगी जीएं तो पता लगेगा।'
उन्होंने आगे लिखा था, 'मेरा बयान मुर्मू के लिए निजी है, कांग्रेस पार्टी का नही है। मुर्मू को आदीवासी के नाम पर उम्मीदवार बनाकर वोट मांगे थे। क्या वह राष्ट्रपति बनने से क्या आदिवासी नही रहीं?'
कारण
उदित राज ने क्यों दिया था बयान?
उदित राज ने यह बयान राष्ट्रपति मुर्मू के 3 अक्टूबर को गुजरात दौरे पर दिए गए बयान को लेकर दिया था।
राष्ट्रपति ने कहा था कि दूध उत्पादन और खपत में भारत पहले स्थान पर है। गुजरात में दूध सहकारी समितियों द्वारा शुरू की गई श्वेत क्रांति इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। गुजरात देश के 76 प्रतिशत नमक का निर्माण करता है। यह कहा जा सकता है कि गुजरात में उत्पादित नमक का उपभोग सभी भारतीयों द्वारा किया जाता है।
विरोध
भाजपा ने जताया बयान पर विरोध
उदित राज के इस बयान पर भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि जैसे शब्द उदित राज ने राष्ट्रपति के लिए प्रयोग किए हैं, वो चिंताजनक है। कांग्रेस ने पहली बार ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया है। इससे पहले अधीर रंजन चौधरी भी ऐसा कर चुके हैं।
भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस नेताओं का संवैधानिक पदों पर आसीन लोगों का अपमान करने का इतिहास रहा है। अब उदित राज ने सारी हदें पार कर दीं।
नोटिस
NCW ने भेजा उदित राज को नोटिस
NCW ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए उदित राज को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है और उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगने को भी कहा है।
इसके बाद उदित राज ने जवाब देते हुए ट्वीट किया, 'द्रौपदी मुर्मू जी से कोई दुबे, तिवारी, अग्रवाल, गोयल, राजपूत मेरे जैसा सवाल करता तो पद की गरिमा गिरती। हम दलित-आदिवासी आलोचना करेंगे और इनके लिए लड़ेंगे भी। हमारे प्रतिनिधि बनकर जाते हैं फिर गूंगे-बहरे बन जाते हैं।'
पुनरावृत्ति
पहले भी विवादित बयान दे चुके हैं उदित राज
15 अक्टूबर, 2020 को उदित राज ने इलाहाबाद कुंभ पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि सरकार का कोई धर्म नहीं होता। इसके बावजूद भाजपा सरकार कुंभ में 4200 करोड़ रुपए खर्च कर रही है। विवाद बढ़ने पर उन्होंने बयान को निजी बताया था। इसी तरह
पंजाब में प्रधानमंत्री की सुरक्षा में चूक के मामले में 8 जनवरी, 2022 को उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की नौटंकी की आड़ में पाखंडियों की दुकान चल पड़ी।
अन्य
अधीर रंजन चौधरी ने मुर्मू को कहा था राष्ट्रपत्नी
उदित राज से पहले 27 जुलाई को दिल्ली के विजय चौक पर प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने भी राष्ट्रपति मुर्मू को लेकर विवादित बयान दिया था।
उन्होंने मुलाकात के लिए समय नहीं देने पर मुर्मू को राष्ट्रपत्नी कह दिया था। उनके इस बयान पर भी काफी बवाल मचा था। उसके बाद दबाव बढ़ने पर चौधरी ने उन्हें पत्र लिखकर माफी मांगी थी।
बता दें कि राष्ट्रपति के खिलाफ अपमानजनक बयान देना संवैधानिक गरीमा के खिलाफ है।