उपराष्ट्रपति और लोकसभा अध्यक्ष से मिला कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल, दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई की मांग
कांग्रेस नेता राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) की पूछताछ का विरोध जताने वाले पार्टी सांसदों के साथ दिल्ली पुलिस द्वारा कथित तौर पर किए गए र्दुव्यवहार को लेकर कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू से मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधिमंडल ने राज्यसभा सभापति नायडू और लोकसभा अध्यक्ष से मामले में संज्ञान लेकर दिल्ली पुलिस के दोषी अधिकारी और कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग की।
इन नेताओं के नेतृत्व में की मुलाकात
लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के नेतृत्व में सांसदों के प्रतिनिधिमंडल ने बिरला से मुलाकात की और राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में राज्यसभा सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने उपराष्ट्रपति नायडू से मुलाकात कर अपनी शिकायत दर्ज कराई। खड़गे के साथ पी चिदंबरम, जयराम रमेश और केसी वेणुगोपाल जैसे वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद थे। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने पुलिस के बर्ताव को अत्याचार करार देते हुए सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की।
कांग्रेस सांसदों ने दिल्ली पुलिस पर क्या लगाए हैं आरोप?
उपराष्ट्रपति नायडू और लोकसभा अध्यक्ष बिरला से मुलाकात के दौरान सांसदों ने आरोप लगाया कि बुधवार को सांसद दिल्ली में पार्टी कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। वह राहुल गांधी के साथ ED कार्यालय तक जाना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने मारपीट करते हुए उन्हें रोक लिया और घसीटते हुए नजदीकी थाने ले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस के हमले में पी चिदंबरम, केसी वेणुगोपाल, शक्तिसिंह गोहिल, प्रमोद तिवारी और जेबी मैथर को चोटें भी आई है।
सांसदों ने पुलिस पर लगाया महिला सांसदों से बदसलूकी करने का आरोप
सांसदों ने उपराष्ट्रपति नायडू को शिकायत पत्र सौंपकर कहा कि पुलिस ने 13,14 और 15 जून को कई सांसदों के साथ दुर्व्यवहार किया था। इसके अलावा महिला सांसदों से भी बदसलूकी की थी। उन्होंने कहा कि पुलिस ने सांसदों के विशेषाधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन करते हुए उन्हें कई घंटों तक अलग-अलग पुलिस थानों में अवैध रूप से हिरासत में भी रखा था। ऐसे में उपराष्ट्रपति को मामले में संज्ञान लेते हुए उचित कदम उठाना चाहिए।
पुलिस ने किया आतंकियों जैसा बर्ताव- चौधरी
लोकसभा अध्यक्ष से मुलाकात के बाद अधीर रंजन चौधरी ने कहा, "हमारे ऊपर अत्याचार हुआ है और इस बारे में हमने लोकसभा अध्यक्ष को बताया है। पुलिसकर्मियों ने हमारे सांसदों पर हमला किया। कई सांसदों को चोट आई। थानों में भी पुलिस ने ऐसा बर्ताव किया जैसे कि हम सांसद और कांग्रेस कार्यकर्ता आतंकवादी बन चुके हैं।" उन्होंने कहा, "राहुल गांधी से पूछताछ करने से कांग्रेस को दिक्कत नहीं है, लेकिन बदले की राजनीति नहीं होनी चाहिए।"
कांग्रेस ने तुगलक रोड पुलिस थाने में भी दर्ज कराई FIR
इससे पहले बुधवार को पुलिस के अकबर रोड स्थित कांग्रेस कार्यालय में हथियार के साथ घुसने और सांसदों सहित कार्यकर्ताओं से अभद्र व्यवहार करने को लेकर पार्टी ने तुगलक रोड पुलिस थाने कुछ पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ FIR भी दर्ज कराई थी। इसमें आरोप लगाया गया है कि पुलिस ने जबरन कार्यालय में घुसकर कांग्रेस नेताओं से न केवल अभद्रता की, बल्कि उनके साथ मारपीट कर नियमों का उल्लंघन किया है।
पुलिस ने किया सभी आरोपों का खंडन
इधर, दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के सभी आरोपों का खंडन किया है। विशेष पुलिस आयुक्त (लॉ एंड ऑर्डर) सागर प्रीत हुड्डा ने कहा है कि कांग्रेस कार्यालय के पास झड़पों के दौरान बैरिकेड्स तोड़े जा रहे थे। उस दौरान व्यवस्था बहाल करने के प्रयासों में हो सकता है कि किसी सांसद के धक्का लग गया हो, लेकिन पुलिस के कांग्रेस कार्यालय में घुसने का आरोप पूरी तरह से गलत है। पुलिसकर्मी केवल व्यवस्था संभालने में जुटे हुए थे।
कांग्रेस कर रही है ED की पूछताछ का विरोध
बता दें कि ED ने नेशनल हेराल्ड मामले में राहुल गांधी को सोमवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। बुधवार तक उनसे 30 घंटे से अधिक पूछताछ हो चुकी है और अब उन्हें शुक्रवार को फिर से बुलाया गया है। कांग्रेस नेता इसका विरोध कर रहे हैं। देशभर के राज्यों से कई बड़े नेताओं ने दिल्ली पहुंचकर इसका विरोध जताया था और राज्यों में भी प्रदर्शन हो रहे हैं। इस दौरान पुलिस और उनकी झड़पें भी हो रही हैं।