
तख्तापलट के बाद पार्टी के सारे शीर्ष पद गंवा सकते हैं चिराग पासवान
क्या है खबर?
अपनी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) में तख्तापलट से अलग-थलग पड़े चिराग पासवान जल्द ही पार्टी के सारे शीर्ष पद गंवा सकते हैं।
NDTV के सूत्रों के अनुसार, कम शाम चिराग को LJP के लोकसभा नेता के पद से हटाने के बाद अब बागी सांसद उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष और संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष के पद से हटाने की तैयारी भी कर रहे हैं।
ऐसा होने के बाद चिराग अपने पिता रामविलास पासवान की पार्टी में ही महज एक सांसद रह जाएंगे।
रिपोर्ट
पटना में बुलाई जाएगी LJP राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा की मदद से इस तख्तापलट का नेतृत्व करने वाले चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस बाकी चार सांसदों के साथ पटना जाएंगे और यहां LJP राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाएंगे।
इस बैठक में चिराग को LJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष और LJP संसदीय बोर्ड के नेता के पद से हटा दिया जाएगा और उनकी हैसियत महज एक पार्टी सांसद की रह जाएगी।
पृष्ठभूमि
कल हुआ था चिराग पासवान का तख्तापलट
कल LJP के पांच सांसदों ने चिराग पासवान का तख्तापलट करते हुए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिख था और कहा था कि चिराग उनके नेता नहीं हैं।
लोकसभा अध्यक्ष ने उनके इस आवेदन को स्वीकार कर लिया और इसके बाद हुई वोटिंग में पांचों सांसदों ने पशुपति पारस को लोकसभा का अपना नेता चुन लिया।
लोकसभा में LJP के कुल छह सांसद हैं जिनमें छठवें सांसद खुद चिराग हैं।
घटनाक्रम
चाचा से समझौता करने गए थे चिराग, बिना मुलाकात लौटना पड़ा
इस तख्तापलट के बाद चिराग अपने चाचा पारस से समझौता करने के लिए उनके घर भी गए थे, लेकिन दो घंटे इंतजार कराने के बाद उन्हें वापस भेज दिया गया और पारस उनसे नहीं मिले।
खबरों के अनुसार, चिराग तख्तापलट को रोकने के लिए अपने चाचा के पास अपनी मां को पार्टी का अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव लेकर गए थे, लेकिन पारस उनसे मिले भी नहीं।
इसके अलावा चिराग के चचेरे भाई प्रिंस राज भी उनसे मिलने नहीं आए।
फूट के बीज
चिराग ने अपने चाचा को दी थी पार्टी से निकालने की धमकी
खबरों के अनुसार, दोनों चाचा-भतीजे में पिछले काफी समय से टकराव चल रहा था।
LJP में इस फूट के बीज उसी दिन पड़ गए थे जब रामविलास पासवान की मौत के चार दिन बाद ही चिराग ने अपने चाचा पशुपति पारस को पार्टी से निकालने की धमकी दी थी।
तब पारस ने चिराग से कहा था, "तुम्हारे लिए तुम्हारा चाचा आज से मर गया।"
अब पारस ने चिराग को पार्टी में बिल्कुल किनारे लगा दिया है।
बगावत
नीतीश की शह पर हुई है बगावत
LJP सांसदों ने ये तख्तापलट नीतीश कुमार की शह पर की है जो विधानसभा चुनाव के समय से ही चिराग से बदला लेने के लिए आतुर थे।
इस चुनाव में चिराग ने नीतीश पर जमकर निशाना साधा था और भाजपा का सहयोगी होने के बावजूद नीतीश की जनता दल यूनाइटेड (JDU) के खिलाफ उम्मीदवार उतारे थे।
इससे नीतीश को बड़ा नुकसान हुआ और उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RLD) और भाजपा के बाद तीसरे नंबर पर आ गई।