उत्तराखंड भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस नेता को कहा 'बुढ़िया', मुख्यमंत्री को मांगनी पड़ी माफी
उत्तराखंड के भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत द्वारा राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता इंदिरा ह्रदयेश (79) के खिलाफ मंगलवार को की गई अभद्र टिप्पणी से सियासी पारा गरमा गया है। ह्रदयेश सहित अन्य कांग्रेस नेताओं ने टिप्पणी पर आपत्ति जताते हुए भगत के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। इस बीच खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टिप्पणी पर खेद जताते हुए कांग्रेस नेता से माफी मांगी है।
भगत ने क्या कहा था?
भाजपा के कई नेताओं के उनके संपर्क में होने के ह्रदयेश के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए भगत ने मंगलवार को भीमताल में भाजपा कार्यकर्ताओं से कहा था, "हमारी नेता प्रतिपक्ष कह रही हैं कि भाजपा के बहुत से विधायक मेरे संपर्क में हैं। अरे बुढ़िया (ह्रदयेश), तुझसे क्यों संपर्क करेंगे? क्या डूबते जहाज से संपर्क करेंगे?" उन्होंने कहा था कि हकीकत में वह खुद अपने बेटे को टिकट देने पर भाजपा में आने की बात कह रही हैं।
कांग्रेस ने भगत के बयान पर जताया कड़ा विरोध
भगत के इस अमर्यादित बयान को लेकर कांग्रेस नेता ह्रदयेश ने कड़ा विरोध जताया था। उन्होंने ट्वीट किया, 'सोशल मीडिया के माध्यम से मुझे भाजपा अध्यक्ष भगत की महिलाओं के प्रति तुच्छ सोच का पता चला। उम्र में खुद से बड़ी महिला के प्रति कहे गए शब्द उनकी छोटी सोच और तुच्छ मानसिकता का परिचय देते है। इस प्रकार की अशोभनीय भाषा किसी भी राजनेता को शोभा नही देती। लगता है उन्होंने पवित्र रामायण को ठीक से आत्मसात नही किया।'
सुनें ह्रयदेश का पूरा बयान
ह्रदयेश ने भाजपा नेतृत्व से की कार्रवाई की मांग
कांग्रेस नेता ह्रदयेश ने कहा, "मैं इस तरह की गंदी भाषा का उपयोग नहीं करती, इसलिए अपने स्तर पर उसका जवाब नहीं दिया। मैं राज्य और केंद्र दोनों में सत्तारूढ भाजपा सरकारों के साथ उनके राष्ट्रीय नेतृत्व से इस प्रकरण का नोटिस लेने और ऐसी अभद्र टिप्पणी के लिए भगत से जवाब मांगने का अनुरोध करती हूं।" उन्होंने आगे कहा, "बेटी बचाओ, बेटी पढाओ का नारा बुलंद करने वालों को कम से कम अपनी भाषा का ध्यान रखना चाहिए।"
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा अध्यक्ष भगत का पुतला जलाया
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने भी भगत के बयान की निंदा करते हुए कहा कि उनके शब्द भाजपा नेताओं की मानसिकता को दर्शाते हैं और उन्हें अपनी निंदनीय भाषा के लिए तुरंत माफी मांगनी चाहिए। दूसरी तरफ भगत के बयान के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और कई इलाकों में भगत के पुतले जलाकर उसने माफी की मांग की गई। अन्य कांग्रेस नेताओं ने भी बयान पर कड़ा विरोध जताया है।
अब मुख्यमंत्री रावत ने मांगी माफी
भगत के बयान पर इस विवाद के बाद अब खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बयान की निंदा करते हुए ह्रदयेश से माफी मांगी है। देर रात ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा, 'आदरणीय इंदिरा हृदयेश बहिन जी आज मैं अति दुखी हूं। महिला हमारे लिए अति सम्मानित व पूज्यनीय हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से आपसे व उन सभी से क्षमा चाहता हूं जो मेरी तरह दुखी हैं। मैं कल आपसे व्यक्तिगत बात करूंगा व पुनः क्षमा याचना करूंगा।'