चंद्रबाबू नायडू ने प्रधानमंत्री को लिखी चिट्ठी, आंध्र प्रदेश सरकार पर लगाया फोन टैपिंग का आरोप
तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखकर राज्य की जगनमोहन रेड्डी सरकार पर फोन टैपिंग का आरोप लगाया है। उन्होंने इसे नागरिकों के मौलिक अधिकारों का उल्लंघन बताते हुए प्रधानमंत्री से मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने जांच में फोन टैपिंग के दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है।
नायडू ने सरकार पर लगाया 'जंगल राज' कायम करने का आरोप
HT के अनुसार प्रधानमंत्री मोदी को लिखी चिट्ठी में नायडू ने आरोप लगाया कि राज्य में YSR कांग्रेस सरकार विपक्षी नेताओं, अधिवक्ताओं, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के फोन टैपिंग कराने में लिप्त रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी पर राज्य के सभी वर्गों के लोगों पर 'जंगल राज' कायम करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने प्रधानमंत्री से मामले की एक सक्षम अधिकारी से उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।
नायडू ने फोन टैपिंग को बताया संविधान के अनुच्छेद 19 और 21 का उल्लंघन
नायडू ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ पार्टी और कुछ निजी लोगों ने विपक्षी नेताओं, अधिवक्ताओं, पत्रकारों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से संबंधित फोन को टैप करने के लिए खास तकनीक और अवैध सॉफ्टवेयर का उपयोग किया था। उन्होंने कहा कि यह संविधान के अनुच्छेद 19 और 21 का उल्लंघन है जो नागरिकों के मौलिक अधिकारों की रक्षा करता है। उन्होंने रेड्डी सरकार पर विरोधियों को डराने, ब्लैकमेल करने और उनकी आवाज दबाने का आरोप लगाया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा और देश की संप्रभुता के लिए होगा बड़ा खतरा
नायडू ने चिट्ठी में कहा कि यदि जल्द ही सरकार की नापाक गतिविधियों को रोका नहीं गया तो यह आने वाले समय में राष्ट्रीय सुरक्षा और देश की संप्रभुता के लिए बड़ा खतरा होगी। उन्होंने मीडिया की स्वतंत्रता भी बनाए रखने की मांग की है।
सांसद ने भी लगाए थे फोन टैपिंग के आरोप
इससे पहले सत्तारूढ़ YSR कांग्रेस के बागी सांसद के रघु रामकृष्ण राजू ने भी केंद्रीय गृह सचिव एके भल्ला को पत्र लिखकर आरोप लगाया था कि आंध्र प्रदेश के राज्य खुफिया अधिकारी पिछले कुछ महीने से अवैध रूप से उनके दोनों मोबाइल फोन की टैपिंग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें रोमानिया, डेनमार्क, स्विट्जरलैंड, दक्षिण कोरिया और स्पेन के कोड नंबरों से धमकी भरे फोन भी किए जा रहे हैं। उन्होंने भी जांच की मांग की थी।
फोन टैपिंग मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता ने दायर की लंच मोशन याचिका
इस बीच एक वरिष्ठ अधिवक्ता श्रवण कुमार ने सोमवार को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के समक्ष लंच मोशन याचिका दायर की है। इसमें उन्होंने राज्य की जगन मोहन रेड्डी सरकार द्वारा राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के कथित टेलीफोन टैपिंग मामले की व्यापक जांच कराने की मांग की है। उन्होंने फोन टैपिंग को लेकर न्यायालय के समक्ष कुछ सबूत भी पेश किए हैं। इस मामले में उच्च न्यायायल ने मंगलवार को सुनवाई का निर्णय किया है।