केंद्र सरकार ने मुकुल रॉय से वापस ली जेड कैटेगरी की सुरक्षा
केंद्र सरकार ने हाल ही में भाजपा छोड़कर तृणमूल कांग्रेस (TMC) में शामिल हुए वरिष्ठ नेता और विधायक मुकुल रॉय को दी गई जेड-कैटेगरी की सुरक्षा वापस ले ली है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय ने गुरुवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) को रॉय की सुरक्षा की में तैनात अपने जवानों को वापस बुलाने को कहा है। भाजपा की टिकट पर चुनाव जीतकर विधायक बने रॉय पिछले हफ्ते वापस TMC में लौटे थे।
मुकुल रॉय ने की थी सुरक्षा वापस लेने की मांग
सूत्रों के मुताबिक, कृष्णानगर उत्तर विधानसभा से विधायक रॉय ने केंद्र को पत्र लिखकर सुरक्षा वापस लेने की मांग की थी, जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया है। 67 वर्षीय मुकुल रॉय ने नवंबर, 2017 में TMC के राष्ट्रीय महासचिव पद से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थामा था। भाजपा ने उन्हें पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया। पहले उन्हें CRPF की वाई प्लस कैटेगरी की सुरक्षा दी गई थी, जिसे विधानसभा चुनावों से पहले बढ़ाकर जेड कैटेगरी कर दिया गया।
रॉय के बेटे से भी वापस ली गई केंद्रीय सुरक्षा
जेड कैटेगरी की सुरक्षा में रॉय पश्चिम बंगाल में जहां भी जाते, CRPF के 22-24 सशस्त्र कमांडो हमेशा उनके साथ रहते थे। केंद्र सरकार ने मुकुल रॉय के साथ-साथ उनके बेटे शुभ्रांग्शु को दी गई CISF की सुरक्षा भी वापस ले ली है। केंद्रीय बलों की सुरक्षा हटने के बाद अब मुकुल रॉय और उनके बेटे को पश्चिम बंगाल पुलिस सुरक्षा देगी। इस सुरक्षा कवर का निर्धारण करना राज्य सरकार के हाथ में होता है।
बीते हफ्ते TMC में वापस लौटे थे मुकुल
लगभग चार साल तक भाजपा में रहने के बाद पिछले हफ्ते ही अपने बेटे के साथ मुकुल रॉय TMC में वापस आए हैं। रॉय और उनके बेटे मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की उपस्थिति में पार्टी में वापस आए। ये पूरा कार्यक्रम TMC मुख्यालय में हुआ। सूत्रों के अनुसार, मुकुल रॉय ने अपने करीबी सहयोगियों को बताया था कि वे भाजपा में घुटन महसूस कर रहे थे। विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार से उनकी कुंठा और बढ़ गई।
भाजपा नेताओं को TMC में लाने पर काम कर रहे हैं रॉय
TMC में शामिल होने के वक्त ममता बनर्जी ने मुकुल रॉय को अहम पद देने की बात कही थी। अब खबरें आ रही हैं कि पार्टी बदलते ही रॉय भाजपा नेताओं को TMC में लाने के काम पर जुट गए हैं। उनके बेटे शुभ्रांग्शु ने बताया कि भाजपा के कम से कम 25 विधायक और दो सांसद ममता की पार्टी में शामिल हो सकते हैं। इसे लेकर उनके पिता लगातार इन नेताओं के संपर्क में हैं।