कानपुर: सरकारी कार्यक्रम में बच्चों के "ठंड से कांपने" की खबर करने वाले पत्रकारों पर केस
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में एक कार्यक्रम के दौरान ठंड से कंपकंपाते सरकारी स्कूल के छात्रों से संबंधित एक रिपोर्ट दिखाने पर तीन पत्रकारों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
प्रशासन का आरोप है कि पत्रकारों ने योग और शारीरिक अभ्यास के कार्यक्रम को गलत तरीके से पेश किया। उनके खिलाफ सार्वजनिक दुर्व्यवहार और आपराधिक धमकियों की धाराओं में FIR दर्ज की गई है।
पूरा मामला क्या है, आइए आपको बताते हैं।
पृष्ठभूमि
उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के कार्यक्रम का है मामला
मामला उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से लगभग 150 किलोमीटर दूर कानपुर देहात का है। यहां के एक स्थानीय चैनल में काम करने वाले तीन पत्रकारों ने हाल ही में एक रिपोर्ट दिखाई थी जिसमें उत्तर प्रदेश स्थापना दिवस के एक कार्यक्रम में एक सरकारी स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों को आधे कपड़ों में कार्यक्रम प्रस्तुत करते हुए दिखाया गया था।
रिपोर्ट में दावा किया गया था कि कड़ाके की सर्दी में ये बच्चे ठंड से कांप रहे थे।
तस्वीरें
बच्चे गर्मियों की यूनिफॉर्म में, सर्दी के कपड़े पहने बैठे थे सभी मेहमान
कार्यक्रम की तस्वीरों और वीडियो में गर्मियों की यूनिफॉर्म पहने बच्चों को खुले में खिलौना बंदूकों के साथ खड़े हुए देखा जा सकता है। वहीं दूसरी क्लिप में बच्चों को इसी ड्रेस में एक कमरे में शीर्षासन आदि योगासन और शारीरिक अभ्यास कर रहे हैं।
इसके विपरीत कार्यक्रम में मौजूद सभी मेहमानों ने सर्दियों के कपड़े पहने हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी, एक मंत्री और कुछ स्थानीय विधायक शामिल हुए थे।
शिकायत
प्रशासन ने कहा- सर्दियों के कपड़ों में नहीं किए जा सकता योग
हालांकि जिला प्रशासन ने पत्रकारों की इस रिपोर्ट को गलत बताया है और जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी सुनील दत्त ने अपनी शिकायत में कहा है कि तीनों पत्रकारों में से कोई भी कार्यक्रम में मौजूद नहीं था और इसके बावजूद उन्होंने जानबूझकर कार्यक्रम को गलत तरीके से पेश किया।
उन्होंने कहा कि बच्चों को केवल योग और शारीरिक अभ्यास के लिए अपने सर्दियों के कपड़े उतारने को कहा गया था क्योंकि इन कपड़ों में अभ्यास नहीं किया जा सकता।
बयान
एक छात्र ने कहा- स्थानीय शिक्षक ने बदलवाए थे कपड़े
इससे पहले घटना के एक दिन बाद कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले एक छात्र ने रिपोर्टर्स से बात करते हुए कहा था कि एक स्थानीय शिक्षक ने उनसे योगासन और शारीरिक अभ्यास से पहले कपड़े बदलने को कहा था। उसने कहा, "हम कार्यक्रम में ट्राउजर और जैकेट पहन कर गए थे और वहां जाकर कपड़े बदल लिए।"
जिलाधिकारी दिनेश चंद्र सिंह ने भी बच्चों के ठंड में ठिठुरने की खबर प्रकाशित करने के लिए पत्रकारों की आलोचना की है।
बयान
जिलाधिकारी ने की छात्रों की प्रशंसा
जिलाधिकारी दिनेश चंद्र ने अपने बयान में कहा, "आप जानते हैं कि योग करने वाला बच्चा स्वेटर, कोट या पैंट पहनकर ऐसा नहीं कर सकता। इन छात्रों ने बहुत अच्छा कार्यक्रम किया, मैं उनकी प्रशंसा करता हूं।"