कर्नाटक: भाजपा के दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा के घर पर बंजारा समुदाय का हमला, जानें कारण
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेता बीएस येदियुरप्पा के घर पर सोमवार को हमला हो गया। आरक्षण के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन कर रहे बंजारा समुदाय के लोगों ने शिवमोगा जिले में येदियुरप्पा के घर पर पथराव किया, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। बतौर रिपोर्ट्स, इलाके में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए धारा 144 लागू कर दी गई है। गौरतलब है कि अप्रैल-मई में कर्नाटक में विधानसभा चुनाव होने हैं।
बंजारा समुदाय क्यों कर रहा है प्रदर्शन?
बंजारा समुदाय के नेताओं का कहना है कि अनुसूचित जाति (SC) समुदाय के लिए आंतरिक आरक्षण लागू होने के कारण उनके समुदाय को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि कर्नाटक सरकार ने इस फैसले को लागू करने के लिए जो सिफारिश केंद्र को भेजी हैं, उन्हें तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। बड़ी संख्या में एकत्रित हुए प्रदर्शनकारियों ने बीएस येदियुरप्पा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के पोस्टरों को भी आग के हवाले कर दिया।
देखें प्रदर्शन और लाठीचार्ज का वीडियो
क्या है SC समुदाय के लिए आंतरिक आरक्षण मामला?
कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार ने शुक्रवार को SC के 101 समुदायों के लिए आंतरिक आरक्षण का ऐलान किया था। कर्नाटक सरकार ने SC समुदाय के आरक्षण को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 प्रतिशत भी कर दिया था, जिसे आंतरिक रूप से बांटा गया है। SC लेफ्ट को 6 प्रतिशत, SC राइट को 5.5 प्रतिशत, SC टचेबल को 4.5 प्रतिशत और अन्य SC समुदायों को 1 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है।
लिंगायतों के आरक्षण का दायरा बढ़ने पर भी हो रहा है विवाद
कर्नाटक सरकार ने नौकरियों और शिक्षा में लिंगायत और वोक्कालिगा समुदाय के लिए आरक्षण में बढ़ोतरी का ऐलान भी किया है। सरकार ने अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के मुसलमानों को मिलने वाले 4 प्रतिशत आरक्षण को खत्म कर वोक्कालिगा और लिंगायत समुदायों में बांट दिया है। मुस्लिम संगठनों ने राज्य सरकार के फैसले का विरोध करते हुए कहा कि यह राज्य के मुसलमानों के साथ अन्याय है, जो शिक्षा में SC समुदाय से भी नीचे आते हैं।
कर्नाटक में इस साल होने है विधानसभा चुनाव
कर्नाटक की 224 सीटों वाली विधानसभा के लिए इसी साल अप्रैल-मई में चुनाव होना है। 2018 में हुए चुनावों में भाजपा को 104, कांग्रेस को 80 और जनता दल (सेक्युलर) को 37 सीटों पर जीत मिली थी। येदियुरप्पा के नेतृत्व में भाजपा ने सरकार बनाई, लेकिन बहुमत साबित करने से कुछ देर पहले येदियुरप्पा ने इस्तीफा दे दिया। उसके बाद राज्य में कांग्रेस और JDS की सरकार रही, जो 14 महीने बाद गिर गई। अभी भाजपा की सरकार है।