भाजपा ने सिद्धू की अनुपस्थिति पर उठाए सवाल, बताया सरकारी खजाने पर बोझ
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मनमुटाव के चलते काफी समय से गायब चल रहे नवजोत सिंह सिद्धू पर भारतीय जनता पार्टी ने निशाना साधा है। भाजपा ने सिद्धू की अनुपस्थिति पर सवाल उठाते हुए राज्यपाल को पत्र लिखा है। बता दें, लगभग एक महीने पहले अमरिंदर सिंह ने सिद्धू से शहरी निकाय, पर्यटन और सांस्कृतिक मामले के विभाग वापस ले लिए थे और उन्हें ऊर्जा एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग का प्रभार सौंपा था।
पदभार नहीं संभाल रहे सिद्धू
अमरिंदर ने सिद्धू के खराब प्रदर्शन को देखते हुए उनसे विभाग वापस लिए थे। वहीं सिद्धू ने कहा कि उन्हें निशाना बनाया गया है। 6 जून को सिद्धू को नया मंत्रालय सौंपा गया था, लेकिन महीना बीत जाने पर भी उन्होंने पदभार नहीं संभाला है।
भाजपा ने सिद्धू को बताया सरकारी खजाने पर बोझ
भाजपा नेता तरुण चुघ ने राज्यपाल को पत्र लिखकर कहा कि एक महीने पहले हुए मंत्रीमंडल फेरबदल के बाद राज्य में संवैधानिक संकट पैदा हो गया है। सिद्धू द्वारा एक महीने से अपना पदभार नहीं संभालने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सिद्धू पर कार्रवाई की मांग वाले इस पत्र में लिखा गया है कि वो सरकारी खजाने पर बोझ बन गए हैं और खुलेआम मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन करने से मना कर रहे हैं।
यहां देखिये भाजपा का राज्यपाल को लिखा पत्र
मंत्रीमंडल से आउट हो सकते हैं सिद्धू
कयास लगाए जा रहे हैं कि कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज चल रहे सिद्धू को जल्द ही मंत्रीमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। वहीं बढ़ते दबाव के बीच कांग्रेस सरकार बचाव की मुद्रा में आ गई है। पंजाब के कैबिनेट मंत्री राजिंदर सिंह बाजवा ने कहा कि सिद्धू को जो मंत्रालय दिया गया है उन्हें वह स्वीकार कर उसका काम कना चाहिए। मंत्रालय आवंटित करना मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। उन्होंने उम्मीद जताई कि सिद्धू जल्द लौटेंगे।
कैप्टन और सिद्धू के बीच लंबे समय से विवाद
सिद्धू और कैप्टन के बीच लोकसभा चुनावों के पहले से मनमुटाव चल रहा है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में जाने को लेकर भी दोनों के बीच तनातनी रही थी। वहीं सिद्धू ने कैप्टन के नेतृत्व को नजरअंदाज करते हुए कहा था कि उनके नेता राहुल गांधी है। दोनों नेताओं के बीच विवाद की आंच कांग्रेस हाईकमान तक भी पहुंची थी। सिद्धू ने इसे लेकर राहुल से भी मुलाकात की थी, लेकिन इसका कोई समाधान नहीं निकला।
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