गुजरात उपचुनाव: वीडियो में मतदाताओं को पैसे बांटते दिखे भाजपा कार्यकर्ता, जांच के आदेश
गुजरात के वडोदरा में कथित भाजपा कार्यकर्ताओं के मतदाताओं को पैसे बांटने का मामला सामने आया है जिसके बाद इलाके के निर्वाचन अधिकारी ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं। कांग्रेस प्रत्याशी के शिकायत करने के बाद ये आदेश दिया गया है। अपनी शिकायत में भाजपा प्रत्याशी पर पैसों से वोट खरीदने का आरोप लगाते हुए कांग्रेस प्रत्याशी ने दो बूथों पर मतदान रद्द करने की मांग की है। पूरा मामला क्या है, आइए आपको बताते हैं।
आज गुजरात की आठ विधानसभा सीटों पर हो रहे हैं उपचुनाव
गुजरात में आज आठ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं और इन सीटों में वडोदरा की करजन विधानसभा सीट भी शामिल है। इस सीट पर मुख्य मुकाबला कांग्रेस के कीर्ति सिंह जडेजा और भारतीय जनता पार्टी के अक्षय पटेल के बीच है। आज सुबह जडेजा ने इलाके के निर्वाचन अधिकारी उप्रेंद सिंह राणा के पास शिकायत दर्ज कराते हुए पटेल पर पैसों से वोट खरीदने का आरोप लगाया और सबूत के तौर पर दो वीडियो भी पेश किए।
वीडियो में कमल के लिए वोट मांग रहे हैं कार्यकर्ता
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पहले वीडियो में भाजपा का फेस मास्क पहने एक शख्स को ऑटो में बैठे लोगों को 100-100 रुपये के नोट देते हुए देखा जा सकता है। वह उनसे भाजपा के चुनाव चिन्ह 'कमल के बटन' को दबाने के लिए कह रहा है। वहीं दूसरे वीडियो में कमल के लिए वोट मांग रहे कार्यकर्ताओं के एक समूह को एक परिवार के सदस्यों की संख्या गिनने के बाद उन्हें पैसे देते हुए देखा जा सकता है।
निर्वाचन अधिकारी ने कहा- बेहद गंभीर मामला, कर रहे जांच
ये वीडियो ठीक किस जगह के हैं, ये स्पष्ट नहीं है, हालांकि कांग्रेस प्रत्याशी जडेजा ने विधानसभा क्षेत्र के दो बूथों पर चुनाव रद्द करने की मांग की है। 147 करजन सीट के निर्वाचन अधिकारी सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट केआर पटेल ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ने शिकायत का संज्ञान लिया है और आरोपों की जांच शुरू की है। उन्होंने कहा, "हमने जांच शुरू कर दी है क्योंकि ये एक गंभीर मामला है।"
100-100 रुपये के नोट बांट रहे कार्यकर्ता
जून तक कांग्रेस में थे भाजपा के प्रत्याशी अक्षय पटेल
बता दें कि करजन से भाजपा के प्रत्याशी अक्षय पटेल पहले कांग्रेस में ही थे और उन्होंने जून में हुए राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा दे दिया था। अब वह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर वापस विधायक बनना चाहते हैं। वहीं कांग्रेस को उम्मीद है कि वह फिर से सीट पर जीत दर्ज करने में कामयाब रहेगी, हालांकि उसके प्रत्याशी जडेजा को बाहरी के तौर पर देखा जा रहा है।
कांग्रे का गढ़ मानी जाती है करजन सीट
बता दें कि पटेल समुदाय के प्रभुत्व वाली करजन विधानसभा सीट ऐतिहासिक तौर पर कांग्रेस का गढ़ रही है और भाजपा को हमेशा यहां संघर्ष करना पड़ा है। भाजपा केवल 2002 में इस सीट पर जीत दर्ज कर पाई है।