भाजपा अपने पास रखना चाहती है लोकसभा अध्यक्ष पद, सहयोगियों को बना सकती है उपाध्यक्ष- रिपोर्ट
क्या है खबर?
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार और मंत्रिमंडल का गठन होने के बाद अब सभी दलों की निगाहें लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी पर टिक गई है।
इसके लिए सभी दल अपनी-अपनी तैयारी कर रहे हैं। इसी बीच खबर आई है कि भाजपा लोकसभा अध्यक्ष का पद अपने पास बरकरार रखना चाहती है और इसके बदलने में उपाध्यक्ष की कुर्सी अपने सहयोगी दलों को दे सकती है।
इसके लिए वरिष्ठ नेताओं को सहयोगियों से बातचीत की जिम्मेदारी भी सौंपी जा चुकी है।
जिम्मेदारी
भाजपा ने राजनाथ सिंह को सौंपी सहयोगियों से बात करने की जिम्मेदारी
न्यूज 18 की रिपोर्ट के अनुसार, भाजपा ने केंद्रीय रक्षा मंत्री और वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह को कार्यवाही के सुचारू संचालन को सुविधाजनक बनाने वाली निर्णायक संसदीय भूमिका यानी अध्यक्ष पद की कुर्सी के लिए जनता दल यूनाइटेड (JDU) और तेलुगु देशम पार्टी (TDP) सहित NDA के अन्य सहयोगियों के साथ बातचीत करने की जिम्मेदारी सौंपी है।
भाजपा का मानना है कि अगर अध्यक्ष पद उसके पास रहता है तो वह सभी मामलों में विपक्ष से आगे रहेगी।
चुनाव
26 जून को होगा लोकसभा अध्यक्ष पद का चुनाव
बता दें कि लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक चलेगा। इसमें 26 जून को लोकसभा में नए अध्यक्ष का चुनाव किया जाएगा।
इसके लिए उम्मीदवारों के समर्थन वाले प्रस्तावों के नोटिस एक दिन पहले यानी 25 जून दोपहर तक जमा किए जा सकते हैं।
सूत्रों की माने तो अगर लोकसभा उपाध्यक्ष का पद विपक्षी गठबंधन को नहीं मिला तो वे लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए अपने उम्मीदवार का ऐलान कर सकते हैं।
समर्थन
संजय राउत कह चुके हैं TDP को समर्थन देने की बात
INDIA गठबंधन में शामिल शिवसेना (उद्धव गुट) के नेता संजय राउत ने रविवार को कहा था कि लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए लड़ाई अहम है। NDA के उम्मीदवार को यह पद नहीं मिला तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह TDP, JDU और LJP (रामविलास) को तोड़ सकते हैं।
उन्होंने कहा था कि अगर चंद्रबाबू नायडू को यह पद नहीं मिलता है तो वह सुनिश्चित करेंगे कि उनके उम्मीदवार को INDIA गठबंधन का समर्थन मिले।
बैठक
सहयोगियों से चर्चा से पहले भाजपा ने की बैठक
इधर, खबर आई है कि भाजपा ने अध्यक्ष पद पर आम सहमति तक पहुंचने के लिए सहयोगियों के साथ चर्चा से पहले आंतरिक बैठक भी की है।
उसके बाद सोमवार को NDA के सभी सहयोगी दलों की विशेष बैठक बुलाई गई है। यह बैठक राजनाथ सिंह के आवास पर हो रही है।
इसमें केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, अश्वनी वैष्णव, किरण रिजिजू, ललन सिंह और चिराग पासवान आदि नेता शामिल हुए हैं। इसमें अध्यक्ष पर चर्चा की जा रही है।
विचार
TDP ने कही सर्वसम्मति से निर्णय करने की बात
इस मामले में TDP का कहना है कि NDA सहयोगियों को एक सर्वसम्मति वाले उम्मीदवार को अध्यक्ष पद के लिए उतारना चाहिए। इसी तरह JDU ने भाजपा के फैसले का समर्थन करने की बात कही है।
JDU नेता केसी त्यागी ने कहा कि उनकी पार्टी NDA का हिस्सा हैं और वो अध्यक्ष पद के लिए भाजपा द्वारा नामित उम्मीदवार का समर्थन करेंगे।
उन्होंने कहा कि अध्यक्ष हमेशा सत्तारूढ़ दल को होता है, क्योंकि उसके सदस्यों की संख्या सर्वाधिक होती है।