दिल्ली विधानसभा में हंगामा: अध्यक्ष ने भाजपा विधायक को किया निलंबित, मार्शल ने निकाला बाहर
दिल्ली विधानसभा के मानसून सत्र में गुरुवार को जोरदार हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायक ओमप्रकाश शर्मा वेल में उतर आए और आम आदमी पार्टी (AAP) विधयकों पर आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल शुरू कर दिया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने उन्हें सदन में माफी मांगने को कहा, लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने उन्हें एक दिन के लिए निलंबित करते हुए मार्शल से बाहर निकलवा दिया।
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने किया हंगामा
NDTV के अनुसार, सुबह सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने प्रश्नकाल के दौरान सुनवाई की मांग की। इसके बाद कुछ विधायक वेल में आ गए। इसके विरोध में AAP के विधायक भी वेल में जा पहुंचे। हालात बिगड़ते देखकर अध्यक्ष ने भाजपा विधायकों से सीट पर लौटने के लिए कहा, लेकिन वो नहीं माने। इसके बाद अध्यक्ष गोयल ने मार्शल के जरिए विधायक विजेंद्र गुप्ता और अनिल वाजपेयी को मार्शल के जरिए बाहर करवा दिया।
केंद्र सरकार ने छीना विधानसभा की समितियों का अधिकार- गोयल
हंगामे के बीच अध्यक्ष गोयल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा विधानसभा की समितियों का अधिकार छीना गया। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि नियम 280 के तहत सदन की दो घंटे की कार्यवाही प्रश्नकाल और विशेष उल्लेख के लिए होगी।AAP विधायकों को सत्र में 160 मिनट जबकि भाजपा विधायकों 20 मिनट बोलने का समय दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वह विपक्ष के विधायकों को 20 मिनट से ज्यादा 1 सेकंड भी नहीं बोलने देंगे।
भाजपा विधायक ने किया आपत्तिजनक शब्दों का उपयोग
सदन की कार्यवाही के शुरू होते ही भाजपा विधायक ओमप्रकाश शर्मा ने AAP विधायकों के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। इसका AAP विधायकों ने कड़ा विरोध जताया। इस पर अध्यक्ष गोयल ने विधायक से आपत्तिजनक शब्दों के लिए पूरे सदन से माफी मांगने को कहा, लेकिन विधायक ने ऐसा करने से इनकार दिया। इसके बाद अध्यक्ष ने उन्हें एक दिन के लिए निलंबित कर दिया और मार्शल के जरिए बाहर करवा दिया।
विधायक ने सदन की सीमा से बाहर जाकर की टिप्पणी- गोयल
अध्यक्ष गोयल ने कहा, "सदन के अन्य सदस्यों के लिए आपके द्वारा की गई टिप्पणी सीमा से बाहर और आपत्तिजनक है और चूंकि आपने माफी नहीं मांगी, इसलिए मैं पूरे दिन के लिए ओम प्रकाश शर्मा को सदन से निलंबित करता हूं।"
AAP विधायकों ने राकेश अस्थाना की नियुक्ति को बताया असंवैधानिक
विधानसभा में AAP विधायकों ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना की नियुक्ति का विरोध करते हुए इसे असंवैधानिक बताया। उन्होंने कहा कि अस्थाना की नियुक्ति सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना है। सुप्रीम कोर्ट के अनुसार जिस व्यक्ति की सेवा कम से छह महीने बचे हो उसे ही पुलिस प्रमुख या DGP नियुक्त किया जा सकता है। AAP विधायक गुलाब सिंह ने कहा कि राकेश अस्थाना हमेशा से ही विवादों से घिरी हुई शख्सियत रही हैं।
अस्थाना ने किया भाजपा के लिए चंदा एकत्रित करने का काम- AAP विधायक
AAP विधायक ने कहा कि राकेश अस्थाना ने भाजपा के लिए चंदा एकत्र करने का काम किया है। यह नियुक्ति AAP सरकार को दबाने का प्रयास है। अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहा कि जिस तरह से दिल्ली कमिश्नर की नियुक्ति हुई है उससे देश के साथ ही दिल्ली के लोग भी अचंभित हैं। उन्होंने कहा कि अस्थाना का चरित्र दागदार है। केंद्र सरकार की तरफ से केंद्रीय संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है।
भाजपा विधायक ने की AAP विधायक के खिलाफ शिकायत
उधर, दिल्ली विश्वास नगर विधानसभा से भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा ने सिविल लाइन पुलिस थाने में AAP विधायक अब्दुल रहमान के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने आरोप लगाया है कि विधानसभा सत्र की कार्यवाही के दौरान जब वो सदन में बोल रहे थे तो आम आदमी पार्टी के विधायक अब्दुल रहमान ने उन्हें न सिर्फ बोलने से रोका बल्कि धमकी भी दी। उन्होंने इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की है।